मेरी ज़िंदगी का
बन जा तू
हमसफ़र
ओ सनम।
साथ निभाएंगे,
हम तुम मिल के
हर जनम
ओ सनम।
गुजरते नहीं हैं,
ये दिन ज़िन्दगी के,
मोहब्बत के बिन
ओ सनम।
फिसलते हुए
इन लम्हों को आकर
थाम लो ना सनम।
मेरी ज़िंदगी का
बन जा तू
हमसफ़र
ओ सनम।
साथ निभाएंगे,
हम तुम मिल के
हर जनम
ओ सनम।
आख़िर रहूँ मैं कैसे
तुझसे कहे बिन ऐसे
समझने की कोशिश
करो ना सनम।
आकर करीब ये मेरे
दिल में है जो भी तेरे
तुम भी मुझसे
कह दो सनम।
मेरी ज़िंदगी का
बन जा तू
हमसफ़र
ओ सनम।
साथ निभाएंगे,
हम तुम मिल के
हर जनम
ओ सनम।