ताड़ासन के फायदे ताड़ासन योग की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। यह एक ऐसी योगासन है जो मांसपेशियों को ही नही बल्कि सूछ्म मांसपेशियों को भी बहुत हद तक लचीलापन बनाता है। इस तरह शरीर को हल्का तथा को ढीला करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। यह
कहते हैं कि पहला सुख निरोगी काया। लेकिन जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है, उसके शरीर में कई तरह की बीमारियां लग जाती है। झुककर चलना, नजर कमजोर होना, जोड़ों में दर्द, हमेशा थकान रहना, कमजोर याददाश्त, नींद में परेशानी, बालों का सफेद होना व त्वचा में झुर्रियां कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जो इस उम्र में आम मान
गर्मी के मौसम में जब तापमान बढ़ने लगता है तो उसका असर स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इस मौसम में सिरदर्द की समस्या होना एक आम बात है। वहीं माइग्रेन पीड़ित व्यक्ति को तो इस मौसम में काफी कष्ट झेलना पड़ता है। अक्सर देखने में आता है कि सिरदर्द की समस्या होने पर व्यक्ति दवाई का सेवन करता है। लेकिन अगर आप चाहें त
मासिक धर्म में हर स्त्री के शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसके कारण उसे कई तरह के कष्ट सहने पड़ते हैं। कुछ महिलाओं को तो अनियमित माहवारी की ही समस्या रहती है। कुछ महिलाओं को अत्यधिक दर्द तो कुछ को हैवी ब्लीडिंग, वहीं कुछ महिलाएं बेहद कमजोरी महसूस करती हैं। वैसे तो यह समस्या तीन-चार दिन में स्वतः
पिछले कुछ समय से योग के महत्व को पूरी दुनिया ने माना है और यही कारण है कि आज के समय में लोग अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए दवाईयों से अधिक योगाभ्यास करना ज्यादा उचित समझते हैं। वैसे तो योग में कई तरह के योगासनों को शामिल किया गया है, लेकिन कपालभांति एक ऐसा प्रणायाम है, जिसे करने में न तो ज्यादा समय
बदलती जीवनशैली में व्यक्ति की जिस तरह की खान-पान की आदतों में बदलाव आया है, उसके कारण पाचनतंत्र कमजोर होता जा रहा है। आज के समय में अधिकतर लोग किसी न किसी पेट की समस्या से जूझ रहे हैं। इन्हीं में से एक है कब्ज। खराब व अनहेल्दी भोजन, व्यस्त जीवनशैली और तनाव के चलते कब्ज की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में