shabd-logo

7

10 दिसम्बर 2024

2 बार देखा गया 2
शीशा क्या, बताएगा खूबसूरती तुम्हारी
वक्त हो तो देख लेना आखें में हमारी साहिबा
1

भाग 1

24 अप्रैल 2024
1
0
0

एक अधूरी प्रेम कहानी: - नादान प्रेमसिर्फ यादें बनकर रह गई... तब हमारे गाँव के पास में कॉलेज नही थाl इस कारण मैं पढ़ने के लिए में शहर आया था। यह किसी रिश्तेदार का एक कमरे का मकान था। बिना किराए क

2

बरसात की शाम

31 जुलाई 2024
0
0
0

बरसती शाम का आलम, दिल में उतर आया,भीगी-भीगी राहों में, एक ख्वाब सा छाया।मिट्टी की सौंधी खुशबू, सांसों में बसी है,पत्तों पर टप-टप बूंदें, जैसे राग कोई फिजा में घुली है।चाय की प्याली संग, यादें भी ताज़ा

3

बरसात की सुबह

1 अगस्त 2024
1
0
0

बरसात की सुबह आई, लेकर ताज़गी की बहार,धरती पर बिखरी हरियाली, झूम उठे पेड़-पहाड़।फूलों पर ओस की बूंदें, चमक उठी जैसे मोती,नवीन जीवन की कहानी, कह रही है ये ज्योति।पंछी गा रहे गीत नए, नदियाँ बहती अविरल,आ

4

4

27 अगस्त 2024
1
0
0

तेरी मोहब्बत का आलम है दिवाना कर देता है,तेरे इश्क में ये दिल जिंदगी को भर देता है।

5

6

16 सितम्बर 2024
0
0
0

छू लेता शायद मैं भी उचक कर चांद कोखुदा ने ख्वाहिशें तो दी मगर हाथ छोटे रखे

6

6

12 अक्टूबर 2024
1
0
0

सारी दुनिया के रूठ जाने की परवाह नहीं मुझे,बस एक तेरा रूठ जाना मुझे तकलीफ देता है!

7

7

10 दिसम्बर 2024
0
0
0

शीशा क्या, बताएगा खूबसूरती तुम्हारीवक्त हो तो देख लेना आखें में हमारी साहिबा

---

किताब पढ़िए