आलोचना का द्वंद और समीक्षा समकालीन हिंदी साहित्य पर आधारित मेरी महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमें मैंन
राग दरबारी : एक विसंगतिवादी उपन्यास अनिल कुमार शर्मा श्रीलाल शुक्ल द्वारा लिखा गया उपन्यास 'राग दरबारी ' एक खुला (Open) कथानकों
कविता कवि-हृदय में संचितअनुभवों के प्रसार का नाम है| मनुष्य एक समाज विशेष में जन्म लेता है| परिवेश कीसंगति-विसंगति से उसका परिचय बाल्यावस्था में होना प्रारंभ हो जाता है| जब तक वहयुवा होता है और कविता जैसी विधा में अभिव्यक्ति देने का रास्ता चुनता है, उसकेअनुभव-संसार में ऐसा बहुत कुछ संचित हो जाता है