आरम्भ है प्रचण्ड, बोले मस्तकों के झुंड, आज ज़ंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बान शान या कि जान का हो दान आज इक धनुष के बाण पे उतार दो आरम्भ है प्रचण्ड… मन करे सो प्राण दे, जो मन करे सो प्राण ले, वही तो एक सर्वशक्तिमान है कृष्ण की पुकार है, ये भागवत का सार है कि युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है कौरवों की भीड़ हो या पांडवों का नीड़ हो जो लड़ सका है वो ही तो महान है जीत की हवस नहीं, किसी पे कोई वश नहीं, क्या ज़िन्दगी है ठोकरों पे मार दो मौत अंत है नहीं, तो मौत से भी क्यों डरें, ये जा के आसमान में दहाड़ दो आरम्भ है प्रचंड… वो दया का भाव, या कि शौर्य का चुनाव, या कि हार का वो घाव तुम ये सोच लो या कि पूरे भाल पे जला रहे विजय का लाल, लाल यह गुलाल तुम ये सोच लो रंग केसरी हो या मृदंग केसरी हो या कि केसरी हो ताल तुम ये सोच लो जिस कवि की कल्पना में, ज़िन्दगी हो प्रेम गीत, उस कवि को आज तुम नकार दो भीगती मसों में आज, फूलती रगों में आज, आग की लपट का तुम बघार दो आरम्भ है प्रचंड… अर्थ शुरआत बड़ी भयंकर है, सभी मस्तक बोल रहे है, आज इस जंग के क्षण की रक्षा तुम करो… अपना गौरव, प्रतिष्ठा, मान-सम्मान, शान ओ शौकत यहाँ तक कि जान का भी दान देना पड़े, तुम इन सब की ताकत अपने धनुष में चढ़े तीर पर केंद्रित कर दो… शुरआत बड़ी भयंकर है…. जो अपनी इच्छा से प्राण त्यागे और अपनी इच्छा से प्राण हरे, वो ही सर्वशक्तिमान कहलाता है… कृष्ण की पुकार और गीता का मूल ये ही कहता है, कि युद्ध वीरता का प्रमाण है… चाहे कौरवों की भीड़ हो या पांडवों का स्थान हो, जिसमें लड़ने की हिम्मत है वोही महान कहलाता है… अगर जीत की हवस न हो, किसी पर नियंत्रण न रख सको, तो ये ज़िंदगी किस काम की इसे समाप्त कर दो… अगर मौत सफर का आखिर नही है तो उससे डरना ही क्यों, ये बात सारे आसमान में गूंजा दो… शुरआत बड़ी भयंकर है…. दया दिखानी है, या वीरता और पराक्रम दिखाना है ये तुम चुनो, या सोच लो कि क्या तुम्हे हारने का दुख सहना है... तुम्हारे तीर की नोक पर लाल रंग चढ़ा रहे, सोच लो कि क्या तुन्हे ये लाल गुलाल चाहिए… तुम्हारा रंग केसरी हो, या जीत के नगाड़े केसरी हों या हथेली केसरी हो ये तुम सोचो... जो कवि अपनी कविताओं में कहता है कि जीवन प्यार भरा गीत है उसे दरकिनार करो... (जीवन कड़े संघर्ष का नाम है) भीगते - जोश से भरी नसों में आज तुम, आग की लपटें फैला दो… शुरआत बड़ी भयंकर है….Aarambh Hai Prachand in Hindi