सबेरा होगा इस आस में हूं
नहीं कोई संदेह विश्वास में हूं
अंधेरों से घिरा रहा बेशक अब तक
उजालों के लेकिन बहुत पास में हूं
जिंदगी में रही मुश्किलें बहुत
मुश्किलों के बीच उल्लास में हूं
बंदिशों में रहा, गर्दिशों में रहा
अब जाकर मुक्त आकाश में हूं
20 अप्रैल 2023
सबेरा होगा इस आस में हूं
नहीं कोई संदेह विश्वास में हूं
अंधेरों से घिरा रहा बेशक अब तक
उजालों के लेकिन बहुत पास में हूं
जिंदगी में रही मुश्किलें बहुत
मुश्किलों के बीच उल्लास में हूं
बंदिशों में रहा, गर्दिशों में रहा
अब जाकर मुक्त आकाश में हूं