मेरे शब्द बार-बार
मुस्कराना चाहते हैं
तुम्हारे अधरों से
पर मैं जानता हूं
यह कभी नहीं होगा
शायद इसलिए
मैं चाहता हूं
नागफनी
बबूल
और
कांटे-दर-कांटे...
20 अप्रैल 2023
मेरे शब्द बार-बार
मुस्कराना चाहते हैं
तुम्हारे अधरों से
पर मैं जानता हूं
यह कभी नहीं होगा
शायद इसलिए
मैं चाहता हूं
नागफनी
बबूल
और
कांटे-दर-कांटे...