मेरे मन मस्तिष्क में
आज तक अंकित है
तुमसे प्रथम मिलन की छवि
मुझको
अहसास कराती है
तुम्हारा
आसपास होने का
तुम्हारा यही अहसास
गर्मी की रातों में सुहानी पुरवाई
और जाड़े के दिनों में
मखमली धूप सा लगता है....
20 अप्रैल 2023
मेरे मन मस्तिष्क में
आज तक अंकित है
तुमसे प्रथम मिलन की छवि
मुझको
अहसास कराती है
तुम्हारा
आसपास होने का
तुम्हारा यही अहसास
गर्मी की रातों में सुहानी पुरवाई
और जाड़े के दिनों में
मखमली धूप सा लगता है....