साधारणतः माना जाता है कि लघुकथाएं छोटी कहानियाँ होती हैं। हालांकि यह लघुकथा का अधूरा परिचय है। लघुकथाएं एक विशिष्ट प्रकार की कहानियाॅ होती हैं जिनमें सांकेतिकता की प्रधानता होती है। लघुकथा का अंत ऐसे मोड़ पर होता है, जहाँ से बहुत तरीकों से आगे कहानी बढने की संभावना रहे। लघुकथा का अंत पाठकों के मन में एक जिज्ञासा छोड़ता है। साथ ही साथ लघुकथा में किसी एक तथ्य की ही प्रधानता होती है। कई बार अधिक शव्द सीमा की कहानियाॅ भी लघुकथा की विशेषता रखती हैं तो कई बार कम शव्दों की कहानी भी लघुकथा नहीं होती।