आज 28 फरवरी के दिन को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज का युग विज्ञान और प्रौद्योगिकी का युग है। बिना विज्ञान के जीवन की कल्पना कर,असंभव मालूम पड़ती है, आज चारों ओर विज्ञान के नए-नए आविष्कार हमें सम्मोहित करते हैं आकर्षित करते हैं। नई-नई खोजें नए नए मॉडल चाहे वह मोबाइल का मॉडल हो या घर की डिजाइन।
कंप्यूटर और नेट ने तो लोगों की दुनिया ही चेंज कर दी है।
विज्ञान के अविष्कारों ने भौतिक सुख समृद्धि में वृद्धि की है हमारे जीवन को आसान बनाया है हमारी कठिनाइयों का निवारण किया है। बिना विज्ञान के क्या हम एरोप्लेन द्वारा दूर देशों की सैर कर सकते थे। क्या हम जलयान द्वारा बड़े-बड़े समुद्रों में समुद्र के जीवो का अध्ययन कर सकते थे। अंतरिक्ष में जाकर वहां के बारे में जान सकते थे। चांद की सैर कर सकते थे। शायद इन सब का उत्तर ना में होगा। विज्ञान ही है उसकी सहायता से आज हम अपने विदेश में बैठे परिचितों से वीडियो
से बातें कर सकते हैं वह भी आमने-सामने बैठकर। है ना मजेदार बात,। विज्ञान ने हमें ् नए सपने दिए हैं नया विश्वास दिया है।
आज के दिन हमें संकल्प करना चाहिए की हम अंधविश्वासों कुरीतियों को विज्ञान की सहायता से दूर करेंगे। विज्ञान के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे। अपने बच्चों को विज्ञान पढ़ने के लिए तर्क करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। विज्ञान वह ज्ञान जो हमें किसी भी चीज को सोच समझकर स्वीकार करने की प्रेरणा देता है। विज्ञान का महत्व हमारे जीवन में नवाचार लाता है,। लेकिन वही अगर हम उसका दुरुपयोग करें तो वह मानवता का भक्षक है। परमाणु बम, जैविक हथियार जैसे अस्त्रों ने मानव के जीवन में त्राहि त्राहि कर दी है। हर विकसित देश युद्ध के उपकरणों का जखीरा इकट्ठा कर रहा है जो मानवता के लिए सबसे दुखद है। अतः जरूरी है की विज्ञान का प्रयोग किया जाए दुरुपयोग नहीं। विज्ञान का प्रयोग हम सोच समझ कर करें मानवता के हित में करें तभी विज्ञान सार्थक है।
(© ज्योति)