आजकल चर्चा का विषय है खालिस्तानियों द्वारा अमृतसर में पुलिस स्टेशन पर हथियार लेकर घेराव करना। कारण पुलिसवाले द्वारा एक खालिस्तानी को पकड़ लेना। उसके विरोध में खालिस्तान की बहुत बड़ी भीड़ ने अमृतसर के पास पुलिस का घेराव किया इसमें कई पुलिसवाले घायल भी हुए और यह लोग अपने साथी को छुड़ाने आए थे। साथ ही गुरु ग्रंथ साहिब का ग्रंथ भी लाए थे। फिलहाल पुलिस ने उनके साथी को छोड़ दिया है जो खालिस्तानी समर्थक था। इसमें पुलिस और खालिस्तानियों के बीच कई झड़पें हुईं। यह सब लोग खालिस्तानी जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे तथा हथियार हवा में लहरा रहे थे। भारत में पंजाब में यह घटना बताती है की किस तरह पुलिस वालों पर पुलिस स्टेशन पर घेराव करके खालिस्तानी समर्थक को छुड़ाया गया। इतनी बड़ी तादाद में पु पुलिस बल लेकिन भीड़ इतनी थी की पुलिस की भूमिका मूक दर्शक की बनी रही। यह लोग खालिस्तान की मांग कर रहे थे। यह घटना बताती है की पंजाब में किस तरह खालिस्तान की मांग चल रही है आर पुलिस और कानून व्यवस्था की क्या स्थिति है।
भारत में पंजाब एक समृद्ध राज्य है। और बहुत समय पहले वह आतंकवाद की आग में जल रहा था। अब अलगाववाद की आग में चल रहा है। यह सही नहीं है। वहां की सरकार को
ध्यान देना चाहिए की पंजाब की आर्थिक स्थिति जो आज कल
सही नहीं है वह आगे बढ़े हमारे देश की समृद्धि में योगदान दें।
पंजाब हमारा एक समृद्ध राज्य है वहां की अलगाववादी विचारधारा को दूर किया जाना चाहिए।
(©ज्योति)