कानपुर देहात में मंडोली गांव में एक महिला और उसकी बेटी की जलकर मौत हो गई। यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है
क्योंकि अतिक्रमण हटाने आई टीम के सामने घटना हुई। इस घटना में 15 लोगों पर एफ आई आर दर्ज की गई। लेकिन अब घटना का राजनीतिकरण हो गया है उस पर राजनीति खेली जा रही है। मां बेटे की मौत जलकर कैसे हुई यह तो छानबीन का विषय है लेकिन मौत पर राजनीति यह शर्मनाक है। क्या जिंदगी का मोल इतना कम हो गया है? जिस व्यक्ति के घर में यह हादसा हुआ है वही जानता है कि उसने क्या खोया है? दूसरा कोई भी उसकी परेशानी नहीं समझ सकता। पर हर चीज को राजनीति के चश्मे से देखना कहां तक सही है? इतना दर्दनाक हादसा पुलिस और लोगों के बयान में विरोधाभास ऐसे पहलू हैं जो किसी भी घटना के होने पर सामने आते हैं। पर फिर भी इस हादसे के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी ही चाहिए। तथा सच लोगों के सामने आना चाहिए। मीडिया को भी ऐसी घटनाएं बार-बार दोहराने से बचना चाहिए।