आज उत्तर प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2023 का शुभारंभ नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया ।इसमें 1000000 करोड़ के निवेश प्रस्तावों को आकर्षित करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन इसे संशोधित कर 17.3 लाख करोड़ रुपए कर दिया। यह समिट राजधानी लखनऊ में 3 दिन तक चलेगा। इसमें 41 से अधिक देशों के प्रतिभागी भाग लेंगे। स्टार्टअप के 100 से अधिक स्टाल लगेंगे। इसमें उत्तर प्रदेश के नए नवाचार को भी प्रदर्शित किया जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने बहुत मेहनत की है। उत्तर प्रदेश में निवेश का माहौल बनाने के लिए अनावश्यक नियमो और कानूनों को खत्म किया गया है। इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस किया गया है नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर कार्य चल रहा है, गंगा एक्सप्रेस जैसे नए एक्सप्रेस वे बनाए जा रहे हैं। निवेश के माहौल के लिए जमीनों की व्यवस्था की गई है। विदेशी कंपनियों को यूपी लाने की मुहिम में रोड शो उनके देशों में आयोजित किए गए जिनमें पार्टनर कंपनियों का चयन किया गया। इसीलिए यूपी में आज विदेशी कंपनियां निवेश के लिए आ रही हैं। जिससे यूपी में लोगों को रोजगार मिलेगा। साथ ही यूपी में निवेश परियोजनाओं के लिए अनुकूल माहौल बनाया गया है। इसके लिए यूपी में कानून व्यवस्था पर भी फोकस किया गया। यही कारण है आज देशी व विदेशी कंपनियां सभी यूपी में निवेश करने के लिए तैयार हैं। इससे ना केवल यूपी का विकास होगा बल्कि यहां रोजगार के अवसर मिलेंगे। निवेश मित्र, निवेश सारथी ऑनलाइन व्यवस्थाएं जिसके कारण निवेशक यूपी आ रहे हैं। यह सम्मिट यूपी की व्यवस्थाओं को यूपी के विकास को कितना ऊंचा ले जाएगी यह तो आने वाला वक्त बताएगा। लेकिन निवेश कि यह पहल वाकई काबिले तारीफ है।