बड़ी शरम की बात
बड़ी शरम की बात है बिजली,बड़ी शरम की बात!जब देखो गुल हो जाती होओढ़ के कंबल सो जाती हो।नहीं देखती हो यह दिन है, या यह काली रात है बिजलीबड़ी शरम की बात,बड़ी शरम की बात है बिजली, बड़ी शरम की बात!हम गाना गाते होते हैं,या खाना खाते होते हैं,पता नहीं चलता थाली में, किधर दाल औ भात, है बिजलीबड़ी शरम की बात,