सूरज का ब्याह
उड़ी एक अफवाह, सूर्य की शादी होने वाली है,वर के विमल मौर में मोती उषा पिराने वाली है।मोर करेंगे नाच, गीत कोयल सुहाग के गाएगी,लता विटप मंडप-वितान से वंदन वार सजाएगी!जीव-जन्तु भर गए खुशी से, वन की पाँत-पाँत डोली,इतने में जल के भीतर से एक वृद्ध मछली बोली-"सावधान जलचरो, खुशी में सबके साथ नहीं फूलो,ब्याह