ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने घोषणा की है कि भारतीय डिग्रियों को अब ऑस्ट्रेलिया में मान्यता दी जाएगी. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और भारत सरकार ने ऑस्ट्रेलिया-भारत शिक्षा योग्यता मान्यता तंत्र को अंतिम रूप दिया है, जिसके जरिए भारतीय डिग्री को उनके देश में वैध माना जाएगा.
यह एक महत्त्वपूर्ण घोषणा है कि आस्ट्रेलिया के डिग्री को भारत में मान्यता दी जाएगी और भारत के डिग्री को आस्ट्रेलिया में मान्यता दी जाएगी। जो छात्र अध्ययन कर रहे है उसे स्कालरशिप भी प्रदान की जाएगी। छात्रवृत्ति व्यापक मैत्री कार्यक्रम का हिस्सा है, जो ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच सांस्कृतिक, शैक्षिक और सामुदायिक संबंधों को बढ़ावा देना चाहता है। दोनो देश एक दुसरे के संस्कृति को जानेंगे समझेंगे। मित्रता मजबुत होगी धीरे-धीरे व्यापार के क्षेत्रों में भी बढ़ावा मिलेगा आयात निर्यात बढ़ेगा। जो चीज हम उत्पादन नही कर सकते उसे आयात कर सकते है और हमारे यहाँ उत्पादित वस्तु जो उसके यहाँ उत्पादन नही हो रहा निर्यात कर सकते हैं।
इस ऐतिहासिक घोषणा से वर्तमान में घटित घटनाओं पर विराम लग सकता है। सभी लोग एक दूसरे देशो में भ्रमण करते है दुसरे देशो से आए लोग मेहमान होते हैं हमे उसे किसी प्रकार से हिंसा नही पहुँचाना चाहिए। सभी देशो को यह ध्यान रखना चाहिए। भविष्य में लोगो की विदेश यात्रा बढ़ जाने वाली है।
मानवता एक सूत्र में बन्ध सकता है जब हम देशो की सीमाओ को तोड़ दे या शिथिल कर दे। हम जिस ग्रह में रह रहे हैं वह अविभाजित है। इसे बचाने व्यापक सोच अपनाना होगा सभी लोगो को एक दूसरे को समझना होगा। मात्र एक प्लानेट है जिसमे जीवन है। और ग्रहो में जीवन है कि नही अभी वैज्ञानिकों की खोज जारी है।
save tree 🌲earth save🌏& save life ❤