व्यक्त करने का भाव,
चखते है बड़े चाव से,
जिसमे गुथी हमारी एहसास,
मन का च्यवनप्राश,
जिसे सेवन कर होते पुष्ट,
पद्य हमारी ऐसी है,
उस कवि की शान है।
कविता उसकी जान है ।
सोचो फूलो की सुन्दरता का,
बखान करता कौन?
तितली रानी कहकर,
परियो की कहानी सुनाता कौन?
भंवरे की गुंजन पर,
कलम आखिर चलाता कौन।
उस कवि की शान है।
कविता उसकी जान है।
कालिदास की व्यथा
टैगोर की कथा
निराला की अनुपम कृति
महादेवी की शौर्य गाथा
तो बच्चन की मधुशाला
सभी की विधा एक है
उस कवि की शान है
कविता उसकी जान है।
कोरे कागज की तन्हाई,
रंग बिरंगी दुनिया,
नन्हे पंखों से भर आई,
हिन्दी की एक पहचान है
उस कवि की शान है।
कविता उसकी जान है।
save tree🌲save earth🌏&save life❤