जब कोई प्रक्रिया या प्रावस्था किसी दूसरी प्रक्रिया या प्रावस्था को उत्पन्न करती है तो इसे कारणता कहते हैं। जो प्रक्रिया/प्रावस्था उत्पन्न होती है उसे 'प्रभाव' कहते हैं तथा प्रभाव को उत्पन्न करने वाली प्रक्रिया/प्रावस्था को 'कारण' कहा जाता है।
इस संसार में जो कोई भी जिस परिस्थिति में है, वो किसी न किसी कारण से है। विज्ञान बिना किसी कारण के व्याख्या करता नही है। और कारण के साथ उसका प्रभाव भी पड़ता है। कारण और प्रभाव एक दूसरे से जुड़े है। अभी कोरोना का प्रकोप पूरे संसार में हुआ जिसका प्रभाव व्यापक हुआ यातायात के साधन दौड़ने बन्द हो गए।प्रदूषण पर नियंत्रण हुआ,शोर कम हुआ जिससे जीव जंतुओं का अनुकूलन ठीक रहा। लोगो के वित्तीय खर्च कम हो गया और व्यवसाय चौपट भी हो गया। और बहुत सारे घटनाएँ घटी जिसके परिणाम से हम अनभिज्ञ नही है।
विज्ञान ने बड़ी दृष्टि दी हैं। जो भी वस्तु है उसके कारण व प्रभाव भी है। ये पृथ्वी घूर्णन कर रहे है।दिन और रात होते है। किसी पत्थर को ऊपर फेको वह वापस नीचे आ जाता है गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव उसे खींच लाता है।
दोनो एक दुसरे से जुड़े है और कारण नही होगा तो प्रभाव भी नहीं होगा यदि कोई प्रभाव नहीं है तो कारण भी नही होगा। ये सयुक्त रुप से श्रृंखला है। बारिश हो रही है क्योकि धरा का पानी गर्म होकर ऊपर बादल का रुप ले लेता है। कारण का परिणाम प्रभाव है। हम कैसे और क्यो पूछकर कारण का पता लगा सकते हैं।
save tree🌲save earth🌏&save life❤