आपने किसी जानवर को हंसते देखा है। क्या किसी शेर हाथी या गाय को हंसते देखा है। नही देखा ऐसा वो कर नही सकते उस स्तर की बुद्धि उसमे विकसित नही हुई है । लेकिन वो अच्छा फिल जरुर करते है। मनुष्य ही एक प्राणी है जो हंस सकता है उसे बाह्य रूप से देख भी सकते है। ह ह ह ह ह-------- क्या आपको मेरा दाँत हंसते हुआ दिखा। ह ह ह ह ह ह-----
हम हसते हुए ही जान सकते है कि हम जीवन से प्रसन्न है।हंसी के चार हार्मोन होते है ।डोपामाइन,सेरोटोनीन,आक्सीटोसिन और एंडोरफीस ये चार रसायन के अलग-अलग कार्य होते हैं जो हमारे मुड को सही करता है।
डोपामाइन हार्मोन का स्राव तब होता है जब हमे कामयाबी या पुरस्कार मिलता है। जब हम अपने लक्ष्य को एक समय में पा लेते हैं तब हमारा आत्मविश्वास बढ़ता जाता है।हम प्रेरित होते, प्रसन्न होते है।जिससे डोपामाइन का स्तर बढ़ता जाता है। यदि यह हार्मोन कम स्रावित होने लगे तो किसी काम करने में रुचि नहीं होती है।
सेरोटोनिन हार्मोन हमारे अच्छे या खराब मूड पर आधारित है।यदि इसका स्तर अच्छे लेवल पर है तो हम अवसाद या उदास महसूस नही करते हैं।नींद सही आती है ।पाचन क्रिया को नियंत्रित भी करती है।इस हार्मोन को बढ़ाने के लिए हमे व्यायाम व प्राणायाम करना चाहिए। नाकारात्मक विचार से घिरे नही रहना है जब हम ऐसा पाते है तो सकारात्मक पहलू के बारे में सोचना चाहिए।तत्काल उस जगह से कुछ दुरी बना ले और कुछ करने लगे।ज्यादा नेगेटीव होते हैं तो दौड़ लगा ले।
आक्सीटोसिन हार्मोन को लव या प्रेम हार्मोन भी कहते हैं। माँ का शिशु स्पर्श ,रिश्तो का होना ,गले लगना आदि से इस हार्मोन का स्राव होता है।जितना प्रेमपूर्ण होते है इस हार्मोन का स्तर बढ़ता जाता है। हम हर व्यक्ति से प्रेमपूर्ण बर्ताव करे। किसी को उपहार दे ।योग व ध्यान से आक्सीटोनिन हार्मोन को बढ़ाया जा सकता है।यदि इसकी कमी है तो जीवन नीरस हो उठता है ।संवेदनशीलता कम हो जाती है।
एंडोर्फीस हार्मोन दर्द व तनाव से सम्बंधित रसायन है। इस हार्मोन से दर्द व तनाव से निजात मिलती है। इस हार्मोन को बनाए रखने के लिए संगीत सुने ,खुश रहे। घूमने जाए मौज करे अपने मुड अनुरूप भोजन करे। व्यायाम योग से इस हार्मोन को बढ़ाया जा सकता है।
इस प्रकार खुशी का मनोविज्ञान कितना व्यापक है। हमारे जीवन का उमंग खुशी पर ही निर्भर है। हमारे चेहरे से लोगो को अच्छे व बुरे का अहसास होता है। अच्छा ये बताओ हम किससे हंसते हैं मुँह से हम हँसते है आप कहोगे।लेकिन वो गहरा नही है हमे पेट से हंसना चाहिए।हंस कर देखो जरा हा हा हा हा--------
save tree🌏save earth🌏 &save life❤