संसार समय से चलता है। समय पर पहुचो,समय के साथ चलो। जो समय के साथ चलता है वो सफल होता है। कुछ तो जरूरी है कि हम समय के अनुसार चले जैसे सुबह उठना ,रात सोना ,दिन में कार्य आदि आदि । अब ये प्रश्न उठता है कि क्या समय से चलने वाले अपने जीवन से संतुष्ट है। आपकी कार्य करने की क्षमता अभी नहीं है और संसार अभी आपको अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने को कहता है। आप और आपका मन दोनो विरुद्ध हो गए। हमने कुछ जबरन चीजो को समय के साथ जोड़ लिया है। जिन्दगी कई मौके देती है आप गलती दोबारा न करे। एक दो गलती से सीख जाओ।
किसी को किसी प्रकार से निराश होने की जरूरत नहीं है। समझ लो आप क्रिकेट का बल्ला पकड़े हो एक बाल आपके पास आई और बल्ले के पड़े बिना ही गुजर गई क्या आपको दुबारा चांस नही मिलेगा। आपको दुबारा मौके फिर मिलेगा। आप किसी परीक्षा में फेल हो गए जिन्दगी आपको दुबारा मौके देगी बस आप गलती को दोहराते न जाए।
हमारे देखने का नजरिया क्या है वो हमारे देखने पर निर्भर करता है। एक गिलास आधा भरी है कह सकते है और आधा खाली है भी कह सकते है। दोनो के देखने में अंतर है। कोई कहता है मुझे लाटरी में 1लाख मिलनी थी लेकिन 25 हजार कम ही मिला दुखी हूँ । कोई कहता है लाटरी लग गई 75 हजार मिला इतना क्या कम है। अपना सोचने देखने का नजरिया है।
जिन्दगी हमे मौके पर मौके दे रही है पर हम तो अंजान है। बेहोश है सोने की तिजौरी रखकर भीख मांग रहे है। जीनगी रोज मौके दे रही है हम चूकते जा रहे है। न हम जी पाते है न मर पाते है। जैसे ही पानी उबलने के करीब होता वापस नीचे आ जाता है लोग जान नही पाते एक ताप समय पर पानी उबल जाता है। हमारी भी स्थिति ठीक पानी के उबलने जैसी है ठीक उबलने ही वाले होते है कि प्रयास छोड़ देते है।
save tree🌲save earth🌏save life❤