सखि,
आजकल खुशियों ने शायद मेरे घर में स्थाई डेरा डाल लिया है । रोज कोई न कोई खुशखबरी मिल जाती है । आज की सुबह मेरे लिए खास बन गई । आज स्टोरी मिरर से मैसेज आया कि आज मेरी कहानियों की पहली किताब "हां, तुम बेहद खूबसूरत हो" प्रकाशित हो गई है और बिक्री / पठन के लिए ऑनलाइन उपलब्ध है । सच में सखि , जब ये मैसेज पढा तो आनंद आ गया । आज का दिन मेरे लिए एक यादगार दिन बन गया है ।
सखि, जैसे ही इस बात की जानकारी मेरे परिवार को मिली , सब लोग बहुत उत्साहित हो गए । मेरी बेटी ने तो ऑनलाइन ऑर्डर भी कर दिया और उसने अपनी सहेलियों को भी कह दिया तो उन्होंने भी ऑर्डर कर दिया ।
मेरे मित्रों को जब मैंने यह उपलब्धि शेयर की तो वे भी बहुत प्रसन्न हुए । बहुत से रिश्तेदार और मित्रगणों ने भी ऑनलाइन खरीद के ऑर्डर कर दिये । अब मुझे लग रहा है कि मेरी गिनती "लेखकगणों" में हो गई है । इस काम को अंजाम देने में अनन्या जी का बहुत योगदान है । उन्होंने बड़ा महत्वपूर्ण कार्य "प्रूफ रीडिंग" का किया है । यह कार्य बहत महीन और साहस वाला है । अनन्या जी को एक बार फिर से हार्दिक धन्यावाद ।
आप में से अगर कोई भी व्यक्ति इस पुस्तक को खरीदना चाहे तो यह ऑनलाइन स्टोरी मिरर, अमेजन , फ्लिपकार्ट एवं और भी प्लेटफार्म पर उपलब्ध है । इसे ऑनलाइन पढा भी जा सकता है ।
इस पुस्तक में कुल तीस कहानियां हैं । ये समस्त कहानियां प्रतिलिपि पर पहले ही प्रकाशित हो चुकी हैं । अब उन्हें संकलित कर किताब के प्रारूप में उपलब्ध करवा दिया है । अब आगे भी और किताबें संकलित करने का रास्ता खुल गया है । देखते हैं कि आगे और क्या योजनाएं बनती हैं ।
धन्यवाद जी
हरिशंकर गोयल "हरि"
28.5.22