गाजियाबाद के एक मदरसे में हुए बलात्कार पर जितनी राजनीति हो सकती थी, हो रही है. 10 साल की बच्ची के साथ बलात्कार हुआ. 17 साल के नाबालिग ने रेप किया. कुछ लोग इस क्राइम की आड़ में अपने मन का घिनौनापन उगलने लगे. वो भी, जो बच्ची का नाम सार्वजनिक कर उसके लिए न्याय मांगने की नौटंकी करने सड़कों पर उतरे. वो भी, जो 10 साल की बच्ची को ‘भाभी’ बुला रहे थे. इस सारे तमाशे के बीच आज तक के पत्रकार सईद अंसारी ने विक्टिम से बात की. उससे कुछ सवाल पूछे. आपको ये सवाल और जवाब पढ़ने चाहिए. विक्टिम के साथ क्या हुआ, इसका पूरा हाल मालूम चल जाएगा.
सवाल: बेटा, आप हमें ये बताओ कि आपके साथ क्या हुआ था? आप घर से कैसे निकलीं? कौन ले गया? कहां लेकर गया? जितना भी आपको याद है, वो सब हमें बताओ.
विक्टिम का जवाब: घर पर मैं थी और मेरा भाई था. मेरा भाई छोटा है मुझसे. मम्मी पैसे रखकर गई थी. उस वक्त दोपहर करीब साढ़े 12 बजे का वक्त हो रहा था. मेरी दोस्त का फोन आया. मेरी दोस्त का नाम शानू है. उसी का फोन आया था. मैंने उस वक्त उससे ज्यादा बात नहीं की. फोन रख दिया मैंने. उसके थोड़ी देर बाद उसके भाई का फोन आया. उसने कहा कि मैं शानू को लेकर तुम्हारे घर के पास आया हूं. अगर तुम्हें मिलना है, तो तुम आ जाओ. मुझे कुरकुरे भी लेने थे अपने भाई के लिए. आइसक्रीम भी लेनी थी. और मम्मी ने दूध लाने को भी कहा था. इसीलिए मैं घर से गई.
फिर दोबारा फोन आया. मैंने पूछा, कहां हो. उसने कहा कि तुम्हारे ही घर के पीछे जो पार्क है, उससे थोड़ा सा आगे हूं. मैंने कहा ठीक है, आती हूं. मैंने इधर की दुकानों पर देखा. इधर आइसक्रीम नहीं थी. मैंने सोचा कि शायद उस तरफ हो. मैं गई उधर. जाने के बाद मुझे उसका भाई मिला. वो एक ऑटो के पास खड़ा था. मैंने पूछा, शानू कहां है. उसने कहा कि शानू उधर है, तुम मेरे साथ चलो. मैंने साथ चलने से मना किया. उसने कहा कि चलो, मैं तुमको चॉकलेट दिलाऊंगा. लेकिन मैंने इनकार किया. तब वो मुझसे जबर्दस्ती करने लगा. कि साथ चलो, वरना मम्मी-पापा को मार दूंगा. उसने जबरन मुझे ऑटो में बिठाया. मुझे कुछ बोलने भी नहीं दिया. फिर मेरे पापा का फोन आया.
मैंने उससे कहा कि मैं अपने पापा को सब बता दूंगी. कि तुम मुझे लेकर आए हो. उसने मुझसे कहा कि पापा से बोलो- मैं भाई के लिए एक चीज खरीदने आई हूं. अब वापस घर जा रही हूं. अगर तुमने ऐसा नहीं बोला, तो मैं तुम्हारे भाई का खून कर दूंगा. तुम्हारा भी खून कर दूंगा. उसने ऐसा बोलकर मुझे टॉर्चर किया. फिर मैंने पापा से वैसा ही कहा, जैसा उसने मुझसे बोलने को कहा था. थोड़ी देर बाद मेरे मम्मी-पापा का भी फोन आया. लेकिन उसने मुझे किसी का फोन नहीं उठाने दिया. उसने मेरा फोन भी छीन लिया.
फिर वो मुझे एक मदरसे में लेकर गया. मदरसे का मालिक उधर बैठा हुआ था. मदरसे का मालिक तीन-चार बार आया भी. उसने मुझे धूप में भी रखा. पूरा दिन उसने मुझे बिस्किट दिया, पानी दिया और एक चादर दी. पानी पीते ही मुझे नींद आ गई. तीन-चार बार मैंने अपना मुंह भी धोया. लेकिन तब भी मुझे बहुत नींद आ रही थी. मैं सो गई. मैं रात को उठी. मैंने अपना मुंह भी धोया. फिर मुझे बहुत तेज प्यास लग रही थी. मैंने दोबारा वही पानी पी लिया था. पानी पीते ही मेरे को दोबारा बहुत नींद आई. मैं दोबारा सो गई. सुबह उठी. मैंने देखा कि मेरे कपड़े गीले हैं. मेरे हाथ-पैर में भी दर्द हो रहा था. फिर वो लड़का मेरे पास आया. उसने मुझे दूसरे कपड़े दिए. कहा, जा नहा ले और ये कपड़े पहन ले. जो मैंने पहले कपड़े पहने हुए थे, उनको भी उसने कहीं छुपा दिया. वहां पर कुछ बच्चे भी थे. उसने बच्चों से कहा हुआ था. कि इस लड़की को जाने मत देना. जब बच्चों ने सवाल किया, तो उसने बच्चों को भी बहुत मारा. उसने मुझे रेलिंग पर भी नहीं जाने दिया. कहीं नहीं जाने दिया. ऐसा कर दिया कि मैं किसी से भी मदद न ले सकूं. उनकी कैद में ही रहूं. उसी दिन रात के करीब नौ-दस बजे पुलिस आई और मुझे मम्मी के पास लेकर गई.
सवाल: नेक्स्ट डे आई पुलिस?
विक्टिम: हां
सवाल: वो लड़का जो खुद को आपकी दोस्त का भाई बताकर आपको ले गया था, उसको जानती थीं आप?
जवाब: मेरी दोस्त उसको अपना भाई बोला करती थी.
सवाल: मतलब बस बोलती थी. आपको पता नहीं था कि उसका भाई है.
विक्टिम: नहीं
सवाल: और रास्ते में उसने आपको डांटा-धमकाया?
विक्टिम: हां. उसने मुझे रास्ते में मारा भी. बोला कि अगर तुम मेरे साथ नहीं चलोगी, तो तुमको मार डालूंगा.
सवाल: वो जिस मदरसे में आपको लेकर गया था, वहां मौलवी ने नहीं पूछा आपसे. कि आप कौन हो? कहां से आई हो?
विक्टिम: नहीं. कुछ नहीं पूछा.
सवाल: इसका मतलब कि मौलवी को मालूम था कि वो लड़का आपको लेकर आया है.
विक्टिम: हां
सवाल: मदरसे के बच्चों को किसने मारा-पीटा बेटा?
विक्टिम: उसी लड़के ने.
सवाल: और बच्चों को क्यों मारा?
विक्टिम: बच्चों ने कहा था कि इस लड़की को उसके घर जाने दो. वरना हम लोग इसको इसके घर भेज देंगे. इसी बात पर उस लड़के ने बच्चों को मारा.
सवाल: आपको ऐसा लगा क्या कि उसने आपको जो पानी पीने को दिया, उसमें कुछ नशा मिला हुआ है? या बेहोशी की दवा मिली है? जिसकी वजह से आप सो जा रही हो बार-बार.
विक्टिम: हां
सवाल: जब पानी पीने के बाद आप बेहोश हो जाती थीं, उसके बाद आपको पता नहीं चलता था कि क्या हो रहा है?
विक्टिम: नहीं
सवाल: आपने कहा नहीं कि मुझे यहां क्यों लाए हो. मुझे मेरे मम्मी-पापा से बात करने दो.
विक्टिम: मैंने कहा था. लेकिन उसने मुझे धमकी दी थी. कि तुम्हारे मम्मी-पापा को मार दूंगा. तुमको मार दूंगा. मैं बहुत रोई थी. उसने मुझे बहुत डराया-धमकाया था.
सवाल: वहां पर बस दो ही बड़े लोग थे क्या? ये लड़का और वो मौलवी. इसके अलावा सब क्या छोटे बच्चे थे? आपकी तरह.
विक्टिम: हां
सवाल: उन बच्चों से आपने कोई बात नहीं की? उनसे मदद नहीं मांगी?
जवाब: मांगी थी. लेकिन उस लड़के ने बच्चों को भी बहुत मारा था. इतना मारा था कि खून निकल गया था.
सवाल: बेटा, आपको ऐसा लगा क्या कि ये लड़का मुझे किडनैप कर रहा है? मुझे मेरे मम्मी-पापा से दूर ले जा रहा है?
विक्टिम: हां
सवाल: ये ऑटो में ही लग गया था आपको?
विक्टिम: हां, तब ही लग गया था.
सवाल: आपने इतना कुछ देखा. इतने टाइम मम्मी-पापा से दूर रहे. परेशान रहे. रो रहे थे. उसको दया नहीं आई?
विक्टिम: नहीं, उसे बिल्कुल दया नहीं आई. उसने मुझे लकड़ियों के ढेर में छुपाकर रखा था.
सवाल: उस मौलवी ने भी आपको डराया-धमकाया था?
विक्टिम: हां
सवाल: क्या बोला था?
विक्टिम: मौलवी ने भी ऐसे ही बोला. कि इस लड़की को डराया-धमकाया करो. उसने भी मुझे धमकी दी. कि अगर मैंने किसी को कुछ बताया या किसी से मदद मांगी, तो वो भी मेरी फैमिली को मार डालेगा.
सवाल: इन दोनों के अलावा भी किसी ने मारा आपको?
विक्टिम: मारा बस उस लड़के ने था. मौलवी ने डराया-धमकाया था.
सवाल: उन लोगों ने बहुत बुरा किया है आपके साथ. आप क्या चाहती हो? उन्हें सजा दिलाना चाहती हो? क्या सजा दिलवाना चाहती हो?
विक्टिम: हां. सजा दिलाना चाहती हूं. उन्हें फांसी की सजा हो.
Ghaziabad Madarsa Rape: Victim gives detail of the incident, watch her interview