कलकत्ता (अच्छा ठीक है, कोलकाता) मेट्रो में एक कपल यानी कि लड़का-लड़की को पीट दिया गया. क्योंकि वो मेट्रो में एक दूसरे के बहुत करीब खड़े थे. या कुछ लोगों के मुताबिक एक-दूसरे के गले मिल रहे थे. कंपार्टमेंट में उनके आस-पास खड़े लोगों को ये हरकत अश्लील लगी और उन्होंने उनसे जवाब-तलब करना शुरू कर दिया. उन्हें पीटा-परेशान किया जाने लगा. भद्दे-भद्दे सवाल पूछे जाने लगे. आनंदबाज़ार पत्रिका की खबर के मुताबिक ऐसा करने वालों में अधिकतर अधेड़ या उससे ज़्यादा उम्र के लोग थे.
आनंदबाज़ार पत्रिका के मुताबिक मेट्रो में बहुत भीड़ होने के कारण वो जोड़ा एक दूसरे के बहुत नजदीक खड़ा था. आज कल का माहौल इतना खराब है कि कभी भी किसी के साथ छेड़-छाड़ जैसी घटना हो जाती है. ऐसी किसी भी सिचुएशन से बचने के लिए ये दोनों थोड़े पास-पास थे. लेकिन हुआ इसका ठीक उलट. पब्लिक इसी बात से ऑफेंड हो गई. पहले साथी पैसेंजर्स ने जोड़े के साथ बहस की. इसके बाद पास खड़े और लोग भी जोड़े से बद्तमीजी करने वाले लोगों के साथ जुड़ गए और मामला बढ़ गया. मेट्रो में किसी ने पहले हाथ नहीं उठाया. कहा गया कि तुम अगले स्टेशन, जोकि दमदम स्टेशन था, वहां उतर जाओ. हम तुम्हें वहां देखेंगे. ट्रेन में बस उन पर कमेंट और फब्तियां कसी जा रही थीं. जैसे कि ‘कोई रूम क्यों नहीं लेते?’ ‘किसी पार्क या पब में क्यों नहीं चले जाते?’. और पता नहीं क्या-क्या.
जैसे ही मेट्रो दमदम स्टेशन पहुंची उस कपल को धक्का देकर मेट्रो से बाहर निकाल दिया गया. इसके बाद मार-पीट शुरू हो गई. उन्हें धक्के-मुक्के से लेकर गालियां तक दी गईं. जब स्टेशन पर उस लड़के को मारा जा रहा था, तो उसकी दोस्त उसे बचाने के लिए भीड़ में कूद गई. इसके बाद भी लड़के को कुछ मुक्के और थप्पड़ पड़ गए. वो तो भला हो दूसरे कंपार्टमेंट से निकलकर आने वाले लोगों का जिन्होंने उस कपल को बचाया. दमदम स्टेशन पर जब इन्हें बाहर निकालकर पीटा जा रहा था, तब दूसरे कंपार्टमेंट के लोगों ने उन्हें हिंसा करने वाली जनता के चंगुल से छुड़ाया. इस दौरान बचाने वाले लोगों को भी कई चोटें आईं.
इंडिया टुडे ने जब इस मामले में कोलकाता मेट्रो पुलिस से बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने बिना किसी कमेंट के कॉल मेट्रो के सीपीआरो को ट्रांसफर कर दी. सीपीआरो ने बताया ‘इस मामले में किसी भी पैसेंजर ने कोई पुलिस कंप्लेन्ट नहीं दर्ज़ करवाई है. हालांकि हम इस मामले की छानबीन कर रहे हैं.’ सोशल मीडिया में ये मामला बहुत तूल पकड़ चुका है. लोगों की राय दो धड़ों में बंट गई है. कोई इस मॉरल पुलीसिंग को सही बता रहा है, तो किसी को इसपर खासा ऐतराज है.