डायरी दिनांक १५/०८/२०२२
शाम के छह बजकर पच्चीस मिनट हो रहे हैं ।
आज का दिन मेरे जीवन में विशेष गर्व का पल लेकर आया जबकि मुझे भारत संचार निगम लिमिटेड के एटा मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज के अवरोहण का अवसर प्राप्त हुआ। वैसे कासगंज तैनाती के दौरान मैंने कई बार ध्वजारोहण किया था। इसका कारण था कि भारत संचार निगम में कासगंज, एटा का एक सब डिवीजन है। तथा सब डिवीजन का हैड होने के कारण यह मेरी ही जिम्मेदारी थी। पर एटा की परिस्थिति अलग है। यहां मुझसे सीनियर तीन अन्य अधिकारी भी हैं। शायद आज का क्षण मेरे जीवन का विशेष क्षण बनना था, इसीलिये वे तीनों वरिष्ठ अधिकारी एटा मुख्यालय पर अनुपस्थित है। हालांकि वे सभी अपने अपने होमटाउन में स्थित दूरभाष केंद्रों पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर मैंने अपनी पुरस्कृत कहानी 'एक अंग्रेज कैप्टन की कलम से' का वाचन भी किया। जो उपस्थित सभी लोगों को बहुत पसंद भी आयी।
वैसे मैं विभागीय व्हाट्सअप समूहों पर विभाग संबंधित पोस्ट ही करता हूं ।पर आज का अवसर कुछ अलग था। इसलिये मैंने वरिष्ठ अधिकारियों के समूह पर स्वलिखित कहानी 'बलिदान' को पोस्ट किया। उस कहानी की प्रशंसा में कई अधिकारियों के फोन आये।
अभी के लिये इतना ही। आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की बहुत शुभकामनाएं।