shabd-logo

डायरी दिनांक ०२/०८/२०२२

2 अगस्त 2022

22 बार देखा गया 22
डायरी दिनांक ०२/०८/२०२२

 रात के आठ बजकर पचास मिनट हो रहे हैं ।

 कल की डायरी तो किसी ने पढी ही नहीं। अभी तक पाठक संख्या शून्य दिखाई दे रही है। आज की डायरी देखते हैं कि कितने लोग पढते हैं। वैसे शव्द इन के लेखक व्हाट्सअप समूह पर रचनाएं प्रेषित करने पर अपेक्षाकृत अधिक पाठक पढते थे। पर अब उस समूह पर तो मैं हूँ नहीं। पिछले महीने ही उस समूह से मैंने खुद को बाहर कर लिया था।

  जुलाई के महीने में पुस्तक लेखन प्रतियोगिता के लिये लिखी पुस्तक आंसू भी बहाता आंसू की पाठक संख्या भी कुछ खास नहीं है। ऐसे में परिणाम बहुत अधिक सकरात्मक नजर नहीं आता। हालांकि पाठक संख्या के क्रम में शीर्ष पांच पुस्तकों पर विचार किया जा सकता है। इस तरह बहुत थोड़ी संभावना बन सकती है। 

  आज थोड़ा कम ही लिखूंगा। आप सभी को राम राम। 
कविता रावत

कविता रावत

प्रतिलिपि भी एक प्लेटफार्म है, जिसे किराए के घर जैसा समझिए लेकिन ब्लॉग अपना स्वयं का घर होता है जिससे हमारी वैश्विक पहचान बनती है अपना ब्लॉग

3 अगस्त 2022

कविता रावत

कविता रावत

वैसे तो शायद आपको उचित न लगे कि मैं कोई सुझाव दूँ, फिर भी आपके निरंतर लिखते रहने की प्रबल इच्छा शक्ति को देखते हुए अपने आप को रोक नहीं पा रही हूँ। इसलिए यही कहूँगी कि आप लिखते रहिये कभी न कभी कोई जरूर पढ़ेगा! केवल आज कुछ लिखना है, के स्थान पर कुछ ऐसा लिखें जिसे जब कोई पढ़े तो उन्हें ऐसा लगे जैसे उसके लिए ही लिखा हो, वह दिल के करीब हो। और हाँ यदि आप ब्लागस्पाट पर अपना एक अलग से ब्लॉग बनाकर लिखेंगे तो आपको वहां निश्चित रूप से हर दिन बहुत से पढ़ने वाले आसानी से मिल जाएंगे। इससे आपको प्रोत्साहन मिलेगा और आप दुगुने उत्साह से लिख सकेंगे और पाठकों की और से निराश नहीं होंगे। यहां हम सभी लेखक एक प्लेटफार्म पर हैं लेकिन यदि आपका स्वयं का ब्लॉग होगा तो वहां ऐसी समस्या नहीं आएगी। शेष आप जैसा उचित समझे!

3 अगस्त 2022

Diwa Shanker Saraswat

Diwa Shanker Saraswat

3 अगस्त 2022

धन्यवाद बहन । वैसे प्रतिलिपि पर मैं पहले से चर्चित लेखक हूँ।

20
रचनाएँ
दैनंदिनी अगस्त २०२२
0.0
अगस्त महीने की डायरियों का संग्रह
1

डायरी दिनांक ०१/०८/२०२२

1 अगस्त 2022
3
0
0

डायरी दिनांक ०१/०८/२०२२ शाम के पांच बजकर पचपन मिनट हो रहे हैं । आजकल डायरी लेखन नियमित नहीं हो पा रहा है। वैशालिनी को पूर्ण करने की इच्छा में डायरी लेखन से कुछ दूरी हो गयी है।पुनर्मिलन को पूरा

2

डायरी दिनांक ०२/०८/२०२२

2 अगस्त 2022
2
0
3

डायरी दिनांक ०२/०८/२०२२ रात के आठ बजकर पचास मिनट हो रहे हैं । कल की डायरी तो किसी ने पढी ही नहीं। अभी तक पाठक संख्या शून्य दिखाई दे रही है। आज की डायरी देखते हैं कि कितने लोग पढते हैं। वैसे

3

डायरी दिनांक ०३/०८/२०२२

3 अगस्त 2022
1
0
1

डायरी दिनांक ०३/०८/२०२२ रात के आठ बजकर पंद्रह मिनट हो रहे हैं । कभी कभी कोई दिन ऐसा निकल जाता है कि उसे न तो आराम का दिन कहा जा सकता है और न हीं व्यस्तता भरा दिन। ऐसे दिनों के लिये एक अं

4

डायरी दिनांक ०५/०८/२०२२

5 अगस्त 2022
3
0
1

डायरी दिनांक ०५/०८/२०२२ शाम के सात बजकर पांच मिनट हो रहे हैं । कल शाम से मेरी तबीयत खराब होने लगी। जबकि मम्मी की तबीयत उससे भी एक दिन पहले से खराब थी। यह मौसम में बदलाव का असर है या कुछ और, हम

5

डायरी दिनांक ०६/०८/२०२२

6 अगस्त 2022
2
0
1

डायरी दिनांक ०६/०८/२०२२ शाम के छह बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । कभी कभी भावनाओं में बहकर बहुत लंबा चोड़ा लिख जाता है। बाद में उसे मिटाना आवश्यक होने लगता है। आज वही स्थिति आ गयी। एक बड़ी डायरी लि

6

डायरी दिनांक ०७/०८/२०२२

7 अगस्त 2022
1
0
0

डायरी दिनांक ०७/०८/२०२२सुबह के नौ बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । आज सुबह से ही तेज बारिश होने लगी। कुछ देर बहुत तेज बारिश हुई। फिर कुछ धीमी दर से भी बारिश होती रही। अभी बरसात बंद हुई है। मौसम में ठं

7

डायरी दिनांक ०९/०८/२०२२

9 अगस्त 2022
1
0
0

डायरी दिनांक ०९/०८/२०२२ शाम के सात बजकर बीस मिनट हो रहे हैं । कुछ समय से मन में भ्रम बना हुआ था कि पथरी निकल चुकी है। संभव है कि कुछ पथरी निकली भी हो। लगभग सात दिन पूर्व सुबह ही ऐसा आभास हु

8

डायरी दिनांक ११/०८/२०२२

11 अगस्त 2022
1
1
1

डायरी दिनांक ११/०८/२०२२ शाम के सात बजकर पैंतालीस मिनट हो रहे हैं । भारत में बहुत लोगों ने आज रक्षाबंधन का त्योहार मनाया तो बहुत से लोग कल रक्षाबंधन का पर्व मनायेंगें। सरकारी अवकाश कल दिनांक १२

9

डायरी दिनांक १३/०८/२०२२

13 अगस्त 2022
1
1
0

डायरी दिनांक १३/०८/२०२२ सुबह के आठ बजकर पैंतालीस मिनट हो रहे हैं । कल का दिन बहुत व्यस्तता में बीता। सुबह जल्दी जगकर नहा धोकर भगवान जी को स्नान करा उन्हें राखियाँ पहनाईं। फिर गंगाजली, तुलसी

10

डायरी दिनांक १४/०८/२०२२

14 अगस्त 2022
0
0
0

डायरी दिनांक १४/०८/२०२२ सुबह के आठ बजकर पंद्रह मिनट हो रहे हैं । कल मुझे एक सर्वे के कार्य से बहुत दूर जाना पड़ा । यूएसओ ओर्गनाइजेनश और भारत सरकार द्वारा प्राप्त आदेश को पूरा करने के लिये कम

11

डायरी दिनांक १५/०८/२०२२

15 अगस्त 2022
1
0
0

डायरी दिनांक १५/०८/२०२२ शाम के छह बजकर पच्चीस मिनट हो रहे हैं । आज का दिन मेरे जीवन में विशेष गर्व का पल लेकर आया जबकि मुझे भारत संचार निगम लिमिटेड के एटा मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज के अवरोहण क

12

डायरी दिनांक १६/०८/२०२२

16 अगस्त 2022
1
0
0

डायरी दिनांक १६/०८/२०२२ शाम के सात बजकर पैंतीस मिनट हो रहे हैं । बाहरी शोरगुल के अतिरिक्त मनुष्य का अंतर्मन की भी एक आवाज होती है। अंतर्मन मनुष्य को हमेशा बुराई के मार्ग पर जाने से रोकता ह

13

डायरी दिनांक १७/०८/२०२२

17 अगस्त 2022
1
1
0

डायरी दिनांक १७/०८/२०२२ सुबह के आठ बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । गाजियाबाद की बेनजीन हिना जी ने तलाक ए हसन प्रथा को सुप्रिम कोर्ट में चुनौती दी। पर सुप्रिम कोर्ट ने इस प्रथा को तीन तलाक के समान मा

14

डायरी दिनांक १८/०८/२०२२

18 अगस्त 2022
1
1
0

डायरी दिनांक १८/०८/२०२२ शाम के छह बजकर चालीस मिनट हो रहे हैं । वैसे तो जन्माष्टमी का पर्व कल दिनांक १९/०८/२०२२ को मनाया जायेगा। मथुरा और वृंदावन के मंदिरों में भी कल की ही जन्माष्टमी मनायी

15

डायरी दिनांक १९/०८/२०२२

19 अगस्त 2022
4
1
0

डायरी दिनांक १९/०८/२०२२ सुबह के आठ बजकर चालीस मिनट हो रहे हैं । माना जाता है कि भगवान श्री कृष्ण आज से ५१३४ वर्ष पूर्व धरा पर अवतरित हुए थे। प्रत्येक कल्प के आठवें मन्वंतर जिसे वैवस्वत मन्वंतर

16

डायरी दिनांक २१/०८/२०२२

21 अगस्त 2022
0
0
0

डायरी दिनांक २१/०८/२०२२ शाम के पांच बजकर पचास मिनट हो रहे हैं । जब कोई सच सुनने को तैयार ही न हो, उस समय बिलकुल शांत हो जाना एक अच्छा उपाय है। जो अपनी धारणा में किसी भी तरह का सुधार नहीं

17

डायरी दिनांक २३/०८/२०२२

23 अगस्त 2022
0
0
0

डायरी दिनांक २३/०८/२०२२ रात के आठ बजकर तीस मिनट हो रहे हैं । परसों दिनांक २१/०८/२०२२ की रात लगभग सबा नौ बजे चचेरे भाई का फोन आया। गांव में परिवार की एक बुजुर्ग ताई जी का देहांत हो गया है।

18

डायरी दिनांक २६/०८/२०२२

26 अगस्त 2022
0
0
0

डायरी दिनांक २६/०८/२०२२ सुबह के सात बजकर छह मिनट हो रहे हैं । कल उपन्यास वैशालिनी के दो भाग लिखकर पोस्ट किये। इस समय प्रतियोगिता अपने अंतिम चरण में चल रही है। इस कारण कुछ अतिरिक्त प्रयास आव

19

डायरी दिनांक ३०/०८/२०२२

30 अगस्त 2022
0
0
0

डायरी दिनांक ३०/०८/२०२२ रात के आठ बजकर बीस मिनट हो रहे हैं । विगत कुछ दिनों से बिल्कुल भी डायरी लेखन नहीं हो पा रहा था। कारण वैशालिनी को पूर्ण करना। उपन्यास लिखते समय भावों को व्यक्त करने

20

डायरी दिनांक ३१/०८/२०२२

31 अगस्त 2022
3
2
1

दिनांक ३१/०८/२०२२ शाम के छह बजकर चालीस बीस मिनट हो रहे हैं । डायरीधीरे धीरे करते करते अगस्त का महीना पूरा गुजर गया। इस महीने में त्यौहारों की अच्छी खासी संख्या रही। स्वतंत्रता दिवस क

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए