जब हम मिले तो
चाहे कम ही मिले
लेकिन जब भी मिले
सतरंगी फूल हो खिले
सूरज हो लाल
मुस्कुरा रहे हो गाल
मोरनी सी हो चाल
खेतो में पकी हो दाल
चिडियाए हमें देख
रही हो बैठी डाल - डाल
मेरी आँखे तेरी आँखो में
तेरी आँखे मेरी आँखो में
आँखो आँखो में यू ही
गुजर जाए सालो साल...