यह कहानी मर्दों के शिकार पर निकली औरतों पर आधारित है। इसमें बंबई और लाहौर की उन औरतों के क़िस्से बयान किए गए हैं, जो बिना किसी वजह के राह चलते मर्दों के साथ हो लेती हैं। ये औरतें उन मर्दों के साथ अपना समय बिताती हैं, या फिर उनसे पैसे ऐंठती हैं।
मंटो ने लम्बे समय तक एक बेहतर दुनिया की ओर ले जाने वाली रचनाएँ लिखीं। आज भी बहुत से लोग लघु कथाएँ लिख रहे हैं। जहाँ कुछ-कुछ या सब कुछ लघु कथा से जुड़ रहा है। पाठक पर बहुत ज़्यादा ज़ोर दिये बिना सच्ची और अच्छी कहानियों को बयाँ किया जा रहा है।
शहर की जानी मानी सोशल ऐक्टिविस्ट और पत्रकार रितिका खन्ना की सनसनीखेज ढंग से गोली मारकर हत्या कर दी गई । इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने के लिए पुलिस कमिश्नर आग्नेय त्रिपाठी के साथ क्राइम डिपार्टमेंट के दो तेज़ तर्रार ऑफिसर चैतन्य सरकार और आदित्य ठकराल को
हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद तुम मुझको यों ही भुला न पाओगे---- हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद बैस ---- खेल दिवस (29 अगस्त ) एवं मेजर ध्यानचंद की जयन्ती(29 अगस्त 1905 ) की सभी मित्रों को हार्दिक बधाई एव शुभकामनायें राजपूतों के गौरव ,विश्व के
यह किताब हमें जीवन मूल्यों का असीम ज्ञान प्रदान करता है। मुश्किलों का निष्कर्ष भी देता है।हमारे जीवन प्रश्नों का जवाब भी इसमे मिलता है।यह धर्म और अध्यात्म के बारे मै भी बताता है।यह किताब किसी का भी जीवनशैली को बदलने और बेहतर बनाने मे कारगार है। #एक
प्यार - हमारे जीवन का अस्तित्व है। यह एक एहसास है जो दिमाग से नहीं दिल से होता है। सच्चा प्यार वहीं होता है जो अच्छे - बुरे सभी हालातों में हमारा साथ दे। प्यार इंसान को बदल देता है। उसके अंदर एक निर्मल और स्वच्छ भाव पैदा करता है। दुनिया में लोगों ने
प्रेमचंद आधुनिक हिन्दी कहानी के पितामह और उपन्यास सम्राट माने जाते हैं। यों तो उनके साहित्यिक जीवन का आरंभ १९०१ से हो चुका था पर बीस वर्षों की इस अवधि में उनकी कहानियों के अनेक रंग देखने को मिलते हैं। मानसरोवर (कथा संग्रह) प्रेमचंद द्वारा लिखी गई कह
स्त्री ,पुरुष, बच्चे को सर्पदंश या सांप के काटने पर (बाबा) तेजाजी महाराज के नाम की उतरी(दागां) बांधा जाता है। जिससे जहर का असर नहीं होता। और 12 माह में एक बार मेला लगने पर बाबा के यहां मंदिर या चबूतरे पर उतरी( तातं) काट दी जाती।
विवाह की मुसीबतें यह पुस्तक राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ के चिन्तनपूर्ण, लोकोपयोगी निबन्धों का श्रेष्ठ संकलन है। दिनकर जी के चिन्तन-स्वरूप का विस्मयकारी साक्षात्कार करानेवाले ये निबन्ध पाठक के ज्ञान-क्षितिज का विस्तार भी करते हैं। इन निबन्धों में
वह विस्मित होकर रुक गया. नील जलपटल की दीवारों से निर्मित शयन-कक्ष-द्वार पर झूलती फुहारों की झालरें और उन पर इंद्रधनुष की धारियां. रंग-बिरंगी आभा वाली कोमल शय्या और उस पर आसीन स्वच्छ और प्रकाशमयी वरुणबालिका. उसका गीत रुक गया और वह देखने लगा, सौंदर्य क
कई बार जो हमे दिखता हैं वो सच नहीं होता..।
किसी से सच ही कहा है की जितना बड़ा चादर हो आप उतना ही पाओ पासारिये, श्याम नाम का एक मध्यम वर्ग का आदमी था वो अपने माँ बाप भाई बहन के साथ बहुत ही खुश था, धीरे धीरे उसकी पढाई खतम होती गई, और उसने अच्छी नौकरी पाने के लिए पूरी तरह से लग गया और उसकी सफलता
कहानी में भोला और गंगा के प्यार को दिखाया गया है भोला की सर्प काटने से मृत्यु हो जाती है इस तरह गंगा भोला के नाम का सिन्दूर भरके उसकी याद में दिन गुजरने लगती है
ये एक ऐसा विषय हैं जिसे हम सभी ने कभी ना कभी महसूस किया हैं... लेकिन आज भी कोई इसके बारे में बात करना नहीं चाहता...।
डायन ( एक अधूरी प्रेम कहानी….. ) डायन एक प्रकार का भूत ही होती है । पर …. एक जिंदा महिला को डायन बनने के लिए … डायन साधना करनी पड़ती है । यह साधना किस प्रकार से होती है, यह तो नहीं पता । पर …. हमारे समाज में और भी बहुत सी कहानियां इससे संबंधित प्रचलि
एक बहन ही एक बहन की दूनिया में आराम से आग लगा सकती है, जब वह स्वार्थ और वासना के आग में जल रही हो। इस कहानी के माध्यम से लेखक यही बतलाने की कोशिश किया है कि किस प्रकार एक बहन, दूसरी बहन को जिन्दगी तबाह कर देती है।
7 कहानियों का संग्रह।।