उत्तर प्रदेशवर्दी की रौब मे जबरिया डीजल लेने वाला थानेदार 🔴सीएमओ की तहरीर पर दर्ज हुआ है केस 🔴 सैनिटाइजर में मिलावट कर अस्पतालों को आपूर्ति करने के आरोप मे सीएमओ के तहरीर पर दर्ज हुआ केस🔴 एनआरएचम घोटाले मे भी आरोपी है अशोक यादव 🔴 संजय चाणक्य / विष्णु श्रीवास्तव कुशीनगर। कोरोना महामारी के दौर मे
🔴 संजय चाणक्यकुशीनगर । उन्होंने अपने बुढापे की लाठी को बचपन मे अंगुली पकडकर चलना सिखाया था। सोचा था बेटा बडा होकर घर की सारी जिम्मेदारियों को संभालेगा। लेकिन इस बुजुर्ग पिता को क्या पता था कि बचपन मे जिस बेटे को वह कन्धे पर बैठाकर खेत खलिहान घुमाया करते थे उस बेटे का जनाजा उन्हे अपने बुढे कंधे पर उ
🔴संजय चाणक्य " कलम सत्य की शक्तिपीठ है बोलेगी सच बोलेगी। वर्तमान के अपराधो को समय तुला पर तोलेगी।। पांचाली के चीरहरण पर जो चुप पाये जायेगे। इतिहास के पन्नों पर वो सब कायर कहलायेगे।।"देश के सबसे बडे सूबे मे कानपुर के डिप्टी एसपी सहित आठ पुलिसकर्मियों का हत्यारा व पांच लाख का इनामी गैगेस्टर
🔴 संजय चाणक्य '' ऐ मेरे वतन के लोगो जरा आंख में भर लो पानी !!जो शहीद हुए है उनकी जरा याद करो कुर्बानी !!''जश्न-ए-आजादी की 70 वी वर्षगाठ़ पर अपने प्राणों की आहुति देकर मां भारती को मुक्त कराकर इबादत लिखने वाले अमर शहीदों को सलाम! इन योद्वाओं को जन्म देने वाली जगत जनन
संजय चाणक्य " तेरा मिजाज तो अनपढ़ के हाथों का खत है! नजर तो आता है मतलब कहां निकलता है!!’’ मेरी नानी बचपन में कहती थी कि दक्खिन की ओर मुह करके खाना मत खाओं,दक्खिन की ओर पांव करके मत सोओं। गांव में बड़े-बुजुर्ग कहते थे कि गांव के दक्खिन टोला में मत जाना। हमेशा सोचता था
"मा मुझे आपकी याद सताती है, मेरे पास आ जाओं ! थक गया हू मुझे अपनें आंचल में छुपा लो !! हाथ अपना फेरकर मेरे बालों में ! एक बार फिर से बचपन की लोरिया सुना दो !!’’ 27 जून बहुतेरो के लिए महज एक तारीख है। तमाम भाई-बन्धुओ के लिए यह तारीख खुशियों से भरा यादगार दिन है, इतिहास रचने वा
" बचाकर रखना बासी को जरूरत कल भी बहुत होगी।यकीनन आने वाली पीढ़ी इतनी पाक भी नही होगी।।" भगवान राम के इच्छा से नारायणी से निकलकर कुशीनगर जनपद के विभिन्न श्रेत्रो से होकर तकरीबन साठ किलो मीटर की यात्रा तय करने के बाद पुन: नारायणी से समाहित हो जाने वाली "बासी नदी "अपने अस्तित्व बचाने के लिए संघर्षरत है
"वक्त लिख रहा कहानी इक नए मजमून की !जिसकी सुर्खियों को जरूरत है हमारे खून की !!"अगर हम आपसे कहे कि आजाद हिन्दुस्तान के दो नाम है पहला गरीब भारत और दुसरा रिच इण्डिया तो शायद आप मुझे सिरफिरा कहेगें। या फिर अवसादग्रस्त । हो सकता है आप अपनी जगह पर सही हो। क्याोंकि आप वही
१६-८-१८ राष्ट्र के अनन्य भक्त लोकतंत्र के जीवंत प्रतिमूर्ति माँ भारती के महानतम सपूत माँ वीणा धारिणी के वरदपुत्र सर्व समाज के अभिवावक परम सम्माननीय पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न व पद्मविभूषण स्वर्गीय श्रीमान अतल बिहारी बाजपेयी जी कोसादर नमन भावपूर्ण श्रद्धांजलि स्वरूप समर्
क्यों रोते हो पथिक रहो चुप कहाँ गई तेरी दृढ निश्चय कहाँ गयी ये छुप