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Kanchan Shukla की डायरी ( दैनंदिनीं)

Kanchan Shukla

23 अध्याय
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16 पाठक
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मैं अपनी डायरी में अपनी कहानियों को संग्रहित कर रही हूं यह डायरी मैंने भी पहले ही लिखना प्रारम्भ कर दिया था अब प्रतियोगिता के लिए लिख रहीं हूं।  

kanchan shukla ki dir dainandini

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पुस्तक के भाग

1

बिना कुछ कहे सच जीत गया

8 फरवरी 2022
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1

बिना कुछ कहे सच जीत गया सुचिता की ससुराल में आज पहली रसोई थी अषाढ़ का महीना था आज सुबह से ही रिमझिम फुहारों ने पूरे वातावरण को सोंधी खुशबू से महका दिया था। सुचिता की सास ने कल ही उससे कह दिया थ

2

उस रात की कहानी

9 फरवरी 2022
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उस रात की कहानी आज शाम से ही मूसलाधार बारिश हो रही थी बारिश के साथ साथ तेज़ हवाएं भी चल रहीं थीं रह-रह कर बिजली कड़क रही थी बारिश को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे आज प्रलय ही आ जाएगी।इ

3

रेत का घरौंदा ( झूंठे रिश्तों से मुक्ति)

10 फरवरी 2022
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रेत का घरौंदा (झूंठे रिश्तों से मुक्ति) " मैंने तुमसे क्या कहा था ना, मीरा को बेवकूफ़ बनाकर शीशे में उतारना बहुत आसान है।तुम बेवज़ा डर रही थीं,अब मीरा हमारे बच्चे को पालेगी और हम दोनों जीवन का आ

4

हाथ की लकीरें

11 फरवरी 2022
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" मां पंडित जी आए हैं"मीनू ने अपने मां से कहा और पंडित जी को बैठने के लिए कहकर कालेज जाने के लिए निकलने लगी। तभी पंडित जी ने कहा" बिटिया कहां जा रही हो?? तुम्हारी मां ने तुम्हारा हाथ दिखाने के लिए मुझ

5

मृगतृष्णा

12 फरवरी 2022
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मृगतृष्णा मेधा जब घर लौटी तो आज भी दरवाजे पर ताला लगा हुआ था ताला देखकर मेधा गुस्से से भर उठी वह सोचने लगी समीर आज भी नहीं आया जबकि उसने कहा था कि,वह आज ज़रूर लौट आएगा। मेधा ने ताला खोला

6

प्यार का इज़हार

13 फरवरी 2022
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प्यार का इज़हार " जिस दिल में प्रेम होता है उस मन में मदद की भावनाएं सागर की लहरों की तरह हिलोरें लेती हैं " यह तथ्य इस कहानी की नायिका स्वाति के व्यक्तित्व पर पूर्णरुपेण लागू होती है यह कहानी स

7

ग़लत फैसले का अंज़ाम

14 फरवरी 2022
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गलत फ़ैसले का अंज़ाम " मैंने अच्छी तरह सोच लिया है वैभव मैं यहीं अमेरिका में ही रहूंगी मुझे भारत लौटकर नहीं जाना है जाॅन कह रहा था अगर मैं चाहूं तो कम्पनी में स्थाई रूप से नौकरी कर सकती हूं। इस

8

जब दोबारा हाथों में रची मेंहदी

15 फरवरी 2022
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जब दोबारा हाथों में लगी मेंहदी राघवेन्द्र जी का घर दुल्हन की तरह सजा हुआ था ग़ुलाब, बेला, चम्पा और मोंगरें के फूलों से पूरा वातावरण महक रहा था उनकी इकलौती बेटी रति की शादी की रस्में चल रही थीं।

9

अपना गांव अपना देश

16 फरवरी 2022
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अपना गांव अपना देश " तुम भारत क्यों जाना चाहती हो उस देश में क्या रखा है स्वार्थ, बेईमानी,लालच, विश्वासघात के अलावा वहां कुछ नहीं है वहां आज भी लड़कियों को उतनी स्वतंत्रता नहीं मिली है ज

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डर एक भ्रम

17 फरवरी 2022
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सुहानी बहुत ही हंस मुख बच्ची थी उम्र लगभग 10 साल वह अपनी मां के साथ रहतीं थीं मां के अतिरिक्त उसके आगे पीछे कोई नहीं था पर अपने सरल और हंसमुख स्वभाव के कारण कालोनी के सभी लोग उसे बहुत पसंद करते थे। सु

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मन में दबी अधूरी ख्वाहिश

18 फरवरी 2022
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मन में दबी अधूरी ख्वाहिश नीरा अपनी अधूरी ख्वाहिश को पूरा करना चाहती थी लेकिन वह जानती थी कि, उसके माता-पिता उसकी उस अधूरी ख्वाहिश को कभी पूरा नहीं होने देंगे नीरा अपने मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल मे

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गुलाबी ख़त

19 फरवरी 2022
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गुलाबी ख़त पता नहीं वह सपना था भ्रम!! सलोनी अपने हाथ में पकड़े हुए उस गुलाबी ख़त को बार-बार पढ़ रही थी। उसने अपनी आंखों को अपनी हथेलियों से मला फिर पढ़ने लगी पर ख़त के शब्दों में कोई बदलाव नहीं आया। स

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अनचाहे मेहमान ने दी प्यार की सीख

20 फरवरी 2022
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अनचाहे मेहमान ने दी प्यार की सीख सौरभ की कार न्यूयॉर्क की सड़क पर दौड़ रही थी सौरभ को ध्यान ही नहीं था कि वह अपनी ही धुन में कार की स्पीड बढ़ाता जा रहा है अचानक एक मोड़ पर आते ही उसकी कार

14

प्यार की दस्तक (प्यार किया नहीं जाता हो जाता है)

21 फरवरी 2022
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प्यार की दस्तक (प्यार किया नहीं जाता हो जाता है) जया जैसे ही ट्रेन में चढी ट्रेन रेंगने लगी उसने अपने भैया (मामा जी के बेटे) को हाथ हिलाकर विदा किया, " जया अपना ध्यान रखना और लखनऊ पहुंचे ही फोन करना अ

15

विदेशी बहू स्वदेशी संस्कार

22 फरवरी 2022
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विदेशी बहू स्वदेशी संस्कार रेवती जी चिंता के साथ-साथ डरी भी हुई थीं जब से उनके बेटे भारत का फोन आया था फोन पर उसने कहा कि, वह अपनी पत्नी लिजा के साथ हमेशा के लिए भारत आ रहा है अब वह उनके साथ ही

16

मैं वापस जा रहा हूं

23 फरवरी 2022
3
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मैं वापस जा रहा हूं " सेजल तेरे पति कहीं दिखाई नहीं दे रहें हैं आज तुम लोगों की शादी की सालगिरह है और पतिदेव पार्टी से नदारद हैं" सेजल की एक सहेली ने सेजल से कहा। " कोई इमरजेंसी केस आ गया होगा

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तुम्हारा आखिरी संदेश

24 फरवरी 2022
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तुम्हारा आखिरी संदेश बाहर तूफ़ानी रफ़्तार से हवाएं चल रही थी बिजली भी रह-रहकर कड़क रही थी मूसलाधार बारिश के कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था मोबाइल का नेटवर्क भी गायब हो गया था। कनक घर काम

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अपने देश और अपनो की यादें

25 फरवरी 2022
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अपने देश और अपनो की यादें मिहिर की नींद आज जल्दी ही खुल गई उसे लगा बाहर बारिश हो रही है कमरे की खिड़कियां बंद थीं इसलिए दिखाई नहीं दे रहा था उसने बगल में सो रही अपनी पत्नी जेनिफर की ओर द

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भूली दास्तां फिर याद आ गई

26 फरवरी 2022
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भूली दास्तां फिर याद आ गई दस दिनों से लगातार बरसता हो रही थी आज जाकर सूर्यदेव ने दर्शन दिए गायत्री जी ने अपने घर काम करने वाली दुलारी की बेटी रानी जो अपनी मां के साथ अकसर गायत्री जी के घर आती थ

20

मैं लौटकर आऊंगा

27 फरवरी 2022
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मैं लौटकर आऊंगा मुग्धा के हाथ से रिसीवर छूटकर गिर गया वह स्तब्ध खड़ी रही उधर से हेलो, हेलो की आवाज आ रही थी तभी हाल में मुग्धा का देवर पवन आ गया उसने स्तब्ध मुद्रा में अपनी भाभी को खड़े देखा और

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जब मन की सभी आशाएं हुई पूरी

28 फरवरी 2022
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जब मन की सभी आशाएं हुई पूरी आज आराधना की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था उसके चेहरे की मुस्कान उसके मन की खुशी का इज़हार कर रही थी। उसकी आंखों के सामने ऊंचे-ऊंचे पहाड़ जिन पर सफ़ेद बर्फ़ की चा

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पाणिग्रहण खुशियों की सौगात

1 मार्च 2022
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पाणिग्रहण खुशियों की सौगात शादी की सभी तैयारी हो गई थी बाहर रिमझिम फुहारों ने वातावरण को खुशनुमा बना दिया था तभी रमेश जी को पंडितजी की आवाज सुनाई दी। " कन्या के माता-पिता को बुलाइए वह यहां आकर

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हम साथ साथ हैं

2 मार्च 2022
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" प्रभास तुम्हें इतना उदास और परेशान नहीं होना चाहिए जिंदगी में उतार चढाव तो आते ही रहते हैं ऐसी स्थिति हमें हमारे साहस और अपनो की पहचान कराते हैं। सामने उन फूलों को देखो कैसे मुस्कुराते हुए अप

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