शायद ही कोई हो जिसे यह पानीदार फल देखकर मुँह में पानी न आ जाए। वाकई, खरबूज़े की तरह तरबूज़ भी बहुत स्वादिष्ट होता है। इसके साथ ही तरबूज़ के फ़ायदे जानकार तो कोई भी इसे ज़रूर खाना चाहेगा। आइए, जानते हैं हमारे लिए कितना लाभदायक होता है तरबूज़ !
लगातार बैठकर काम करने से मोटापे की समस्या होना स्वाभाविक है। इसके साथ ही कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ने लगता है। ऐसे में दिल का दौरा पड़ने की आशंका को बल मिलता है। दिल की बीमारियों से काफ़ी हद तक बचने के लिए तरबूज बहुत फायदेमंद होता है। शोध बताते हैं कि तरबूज में एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कि दिल की बीमारियों से हमें सुरक्षित रखता है और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है इस तरह हार्टअटैक की आशंका कम हो जाती है।
तरबूज मोटापा घटाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है क्योंकि यह फैट फ्री होता है। इसलिए पेटू लोगों के लिए यह किसी तोहफे से कम नहीं है। यदि आप डायटिंग पर हैं तो यह और भी मजे की बात है। आप बेफिक्र होकर तरबूज खाएं और कमजोरी को अपने पास भी नहीं फटकने दें। अक्सर देखा गया है कि डायटिंग करने वालों में कमजोरी की शिकायत पाई जाती है और इसी कारण उन्हें विभिन्न प्रकार की बीमारियां घेर लेती हैं। डायटिंग के दौरान तरबूज के सेवन से आपके शरीर में पानी और पर्याप्त मात्रा में खनिज लवणों व विटामिंस की कमी नहीं होती और आप रोगों से भी बचे रहते हैं।
तरबूज में आयरन, मैगनीशियम, कैल्शियम, मैगनीज, जिंक, पोटैशियम और आयोडीन होता है, जो कि हड्डियों और दातों के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। नियमित रूप से तरबूज का सेवन करने वालों की हड्डियां ज्यादा मजबूत होती है और उनके दांत भी ज्यादा उम्र तक उनका साथ निभाते हैं। प्रदूषण के कारण जहां आज हवा भी अछूती नहीं रही है, वहां भूगर्भीय पानी भी प्रदूषित हुआ है। लगातार गिरते जलस्तर और पानी में बढ़ते फ्लोराइड के कारण अधिकतर लोगों की हड्डियों में कमजोरी की शिकायत पाई जाने लगी है। ऐसे में तरबूज का सेवन आपके लिए जरूरी सभी तत्वों को सहजता से उपलब्ध कराता है।
तरबूज में पाए जाने वाले लाइकोपीन की मात्रा अन्य फलों और सब्जियों के मुकाबले काफी अधिक होती है। लाइकोपीन वह तत्व है, जिसके कारण फलों में लाल रंग दिखाई देता है। शोधों के अनुसार लाइकोपीन ब्रेस्ट, प्रोस्टेट, पेट और फेफड़े के कैंसर को रोकता है और कैंसर रोगियों के लिए यह लाभदायक होता है। इस प्रकार नियमित रूप से तरबूज का सेवन कैंसर होने से बचाता है।
तरबूज खाते समय यह ध्यान रहे कि इसे आवश्यकता से अधिक कभी न खाएँ। दोपहर के समय बाज़ार में रखे गर्म तरबूज़ का सेवन हानिकारक होता है इसलिए इसे ठंडा होने पर, संतुलित मात्रा में ही खाएँ।