'जैसा खाओ अन्न, वैसा बने मन' इस कहावत से हम सब परिचित तो हैं लेकिन इसे अमल में लाना बहुत मुश्किल होता है। ख़ासकर बढ़ते बच्चों के खान-पान का विशेष ध्यान रखना होता है क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ उनकी खाने पीने की आदतें भी बदल जाती हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि बच्चे को खाने में क्या-क्या दिया जाना चाहिए ताकि बच्चे को सही पोषण मिल सके और वह स्वस्थ रहे। इसके साथ ही ये भी जानना ज़रूरी है क्या चीज़ें हमें बच्चों को खाने के लिए नहीं देनी चाहिए। कितनी ही ऐसी चीज़ें होती हैं जो हम बच्चों को बड़े प्यार से खिलाते रहते हैं लेकिन वो उनके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह होती हैं। बच्चे के विकास के लिए उचित पोषण देना जरूरी है जिससे बच्चे का विकास जल्दी होता है और बीमारियों से भी बचाव होता है।
फलों का सेवन
बच्चे को उचित पोषण देने के लिए फलों का सेवन जरूर करवाना चाहिए। फलों मे रहने वाले पौष्टिक तत्व बच्चे को अंदर से मजबूत बनाते हैं । इसलिए आप बच्चे को संतरा, अंगूर और सेब का सेवन कराएं। कुछ बच्चे अनार के दाने बड़े चाव से खा लेते हैं, इन्हें चबाकर खाना या जूस पीना बहुत फायदेमंद होता है।
पानी का सेवन
अक्सर बच्चे पानी पीने में कच्चे होते हैं। बाहर से खेलकर आना, और तुरन्त फ्रिज से बोतल निकालकर पानी पीना, अक्सर खड़े होकर पानी पीना, दिन भर में कम पानी पीना आदि बच्चों की आदतों में शुमार होता है। यदि बचपन से ही सही आदतें डाली जाएं तो आगे चलकर कम पानी पीने के कारण शरीर में होने वाली दिक्कतों से बचा जा सकता है।
मिनरल्स और विटामिन्स
मिनरल्स और विटामिन्स, बच्चों के शारीरिक विकास के लिए बेहद जरूरी होते हैं। लेकिन मुश्किल ये होती है कि हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ खाने में बच्चे पीछे रहते हैं। इसलिए ये ज़रूरी हो जाता है कि बच्चे की पसंद के अनुसार ऐसी चीज़ें बनाएं जिन्हें वह आराम से खा ले। ध्यान रहे, यदि बच्चा पौष्टिक भोजन भी अरुचि के साथ खाएगा तो वो ज़्यादा फायदेमंद नहीं रहेगा।
प्रोटीन का सेवन
बच्चों के दिमाग और सेहत के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी होता है। प्रोटीन देने से बच्चे की हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। प्रोटीन के रूप में बच्चों को अंडे, दाल, और पनीर युक्त चीज़ें दी जानी चाहिए।
बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए कुछ टिप्स
➧बच्चे को खाने के लिए ज़ोर-ज़बरदस्ती न करें।
➧बच्चे को पर्याप्त समय खेलने दें। खेलने से बच्चे को भूख लगती है।
➧बच्चे को फल और सलाद देते रहें। तरह-तरह के फल काट कर खिलाते रहें।
➧बच्चे को जंकफूड से दूर रखें; और उसकी जगह उसे पौष्टिक आहार दें।