आप सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार उम्मीद है कि आप सभी अपने जीवन में मस्त और व्यस्त हो आज अपनी इस डायरी में "मैं" सबसे पहले अपनी उस माँ का जिक्र करुँगी जिसके बलबूते आज में इस मुकाम तक पहुंच आई हूँ कि मुझे शब्द पर पढ़ा जा रहा है। और यह सब मेरी माँ के आर्शीवाद और आपके प्यार कि दुआ है कि मुझे आप सबने इस लायक और काबिल समझा कि में और अच्छा लिख सकूँ और आगे बढ़ सकूँ। अगर मेरी माँ ने मेरा हौसला नहीं बढ़ाया होता और मुझे लिखने के लिए प्रेरित नहीं किया होता तो श्याद में कभी नहीं लिख पाती और मेरे मन कि हर बात मेरे अंदर हि रहें जाती आज में जो कुछ भी हूँ उन्हीं से हूँ उनका तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहती हूँ मुझे जो लिखने का हुनर मिला उन्हीं से मिला और मुझे शब्द पर जितना लाइक और मेरे जितने भी फ्लोवर मिले सब आपकी बदौलत मिले आगे भी मुझे ऐसे हि लाइक करना यही आप सभी से दुआ है मेरी आज कि इस डायरी में बस इतना हि कहना चाहती हूँ बाकी मुलाक़ात कल कि डायरी में होगी जब तक के लिए आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार