दुनिया का मेला है यहां
हर दिल अकेला है यहां
कोई यहां तो कोई वहां
हर कोई रहता है अपने में
मस्त यहां किसी को किसी कि
परवाह नहीं कोई किसी कि
सुनता तक नहीं यहां कोई
प्यार का तो कोई अपनों का
भूखा है यहां यह मतलबी दुनिया
है जनाब कोई किसी का अपना
नहीं यहां दुनिया का मेला है यहां
हर दिल अकेला है यहां फुर्सत कहां
किसी को अपनों के लिए सब मतलब
से जुड़े है एक -दूसरे के संग यहां
कोई रिश्ते निभाकर झुकता है तो
कोई दिल दुखा कर चला जाता है
यहां सब रिश्ते बनावटी है सब मतलब
के है यहां ❤❤❤❤