मुझे जब से आपकी आदत हो गई है
मेरे दिल में भी क़यामत हो गई है।
आपको जब कुछ खबर नहीं मेरी
तो क्या बतलाना हमें मोहब्बत हो गई है।
अब अपनी मुक़द्दर कहां कि दीदार हो आपकी
देख लिए ख्वाबों में तो दिल को राहत हो गई है।
सुना है हमने कुछ लोगों से कि आजकल
आपको भी मेरी चाहत हो गई है।
झूम उठा दिल आप भी हमें चाहने लगे
की थी जो हमने रब से वो पुरी इबादत हो गई है.......