उसे इंतेज़ार रहता है उस इक हसीन लम्हे का । वो लम्हा जो शायद जिंदगी के मायनों से मिला दे , जिंदगी का मतलब बता दें या फिर जिंदगी के उन गुत्थियों को सुलझा दे जिनसे मुंह मोड़ लिया है उसने । अपनी ही दुनिया म
"नुक्कड़ की मुलाकात"ये झिनकू भैया भी अजीब किस्म के इंसान है, जब भी मिलते हैं गाँव के नुक्कड़ पर ही मिलते हैं। यहाँ तक तो ठीक है पर मिलते ही किसी न किसी समस्या के जनक बन जाते हैं। लगता है इनकी कुंडली के सारे ग्रह झगड़ालू विरादरी से ताल्लुक रखते हैं। पूजा के लिए दुकान पर अगरबत्ती लेने आये थे आना भी चाहिए