मुंबई जितना ख़ूबसूरत शहर है, उतना ही बुरा उसका ट्रैफ़िक है. इसे हर किसी ने महसूस किया होगा, फिर चाहे वो वहां रहता हो या वहां घूमने गया हो. यहां इमरजेंसी में अगर कोई एंबुलेंस जाम में फंस जाए, तो कुछ भी अनहोनी हो सकती है. इसी समस्या से बचने के लिए अब मुंबई में एक ऐसी मोटरसाइकिल एंबुलेंस सेवा की शरुआत की गई है, जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध है.
इस नई मोटरसाइकिल एंबुलेंस को एक प्राइवेट संगठन लोढा फ़ाउंडेशन ने बीते रविवार शुरू किया. इस एंबुलेंस की ख़ासियत ये है कि इसमें फ़र्स्ट एड किट, ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ ही डॉक्टर के बैठने की भी व्यवस्था है. ये सेवा चौबीस घंटों उपलब्ध कराई जा रही है. इसकी सहायता से उन सैंकड़ों लोगों की जान बाचाई जा सकेगी, जो एंबुलेंस के जाम में फंसे होने के कारण वक़्त पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते.
इस ट्रस्ट के संस्थापक और राजनेता, मंगल प्रभात लोढा का कहना है, बाइक एंबुलेंस नैरो लेन से भी आसानी से पास हो सकती है. इसमें एक सामान्य एंबुलेंस में मिलने वाली सभी सुविधाएं मौजूद हैं, साथ में स्ट्रेचर भी मौजूद है.
वैसे मोटरसाइकिल एंबुलेंस का कॉन्सेप्ट कोई नया नहीं है. पिछले साल जुलाई में छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाकों से इसकी शुरुआत की गई थी. इसकी वजह से वहां सैकड़ों लोगों की जान बचाई गई है. इसके बाद हैदराबाद और बेंगलुरू में भी इसकी शुरुआत हुई, जिसका मकसद एक्सिडेंट के शिकार लोगों को तुरंत सहायता उपलब्ध कराना था.
इस नेक पहल का स्वागत किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे भविष्य में कई बेशकीमती ज़िंदगियां बचाई जा सकेंगी.
मुंबई को मिला एक ख़ूबसूरत तोहफा. ट्रैफ़िक में फंसी लाखों जानें बचाने आई मोटरसाइकल एंबुलेंस