अंतरराष्ट्रीय नारी सशक्त है
राष्ट्रीय नारी कृष्ण भक्त है
क्या कहें घरेलू नारी अशक्त है
नारी माँ है बहन है बेटी है
प्रेमिका है पत्नी है
दादी है चाची है
बुआ है मामी है
साली है भाभी है
सरहज है भावज है
इज़्ज़त है लोक -लाज है
हर रिश्ते की बुनियाद है
देवी है जननी है
उसी से दुनिया बननी है
घर में घरनी है
परिवार की तरनी है
वह समाज को देखती है
और उसे समाज भी देखता है
बाजार का तर्क उसे सशक्त बनाता
और एक मादा का शरीर भुनाता है
वह रुपहले परदे पर ठुमकते हुए
चप्पल से लेकर जहाज़ बेचती है
अब नए चश्मे से हर राज देखती है
ज़माने को कितना नाराज़ देखती है
महाआख्यान में विचार बन्द है
सब स्वतंत्र हैं स्वच्छंद हैं
कितना फ़ैल रहा दुर्गन्ध है
अब तो घर बनाने में घर टूटता है
कौन यह संस्कार लूटता है ?
अब रिश्तों के महल से भाग कर
वह सड़क पर आती है
महिला दिवस मनाती है
बर्गर और पिज़्ज़ा खाती है
बहुत सशक्त हो जाती है
नई ज़ुबान में चिल्लाती है
स्त्रीवाद का झंडा उड़ाती है
जय नारीवाद हो जाती है ।
अनिल कुमार शर्मा
08/03/2017
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मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित है,मैं एक कवि हूँ । मेरा काव्य संग्रह " कंगाल होता जनतंत्र " विकल्प प्रकाशन , दिल्ली से प्रकाशित हैD