किया झलक थी हम निशार हो गया ,
उसने देखा हमने देखा ,
दिल खोया और प्यार हो गया !
किया मदमस्त जवानी थी ,
जैसी कोई रानी थी ,
दिल मेरे उसपे निशार हो गया ,
दिल खोया और प्यार हो गया !
गजब सी चाल हिरन जैसी ,
मोर जैसी है पंख फैलाये
1 मार्च 2022
किया झलक थी हम निशार हो गया ,
उसने देखा हमने देखा ,
दिल खोया और प्यार हो गया !
किया मदमस्त जवानी थी ,
जैसी कोई रानी थी ,
दिल मेरे उसपे निशार हो गया ,
दिल खोया और प्यार हो गया !
गजब सी चाल हिरन जैसी ,
मोर जैसी है पंख फैलाये