हमारा भारत देश जो भरत के नाम से पडा है सदा ही विश्व मे ज्ञान का प्रसार करता रहा है हमारे देश की ज्ञान के प्रति सदा ही जाग्रति रही है यहा पर श्रीराम जी ने जन्म लिया जो पुरुषोत्तम कहलाए।श्रीकृष्ण ने जन्म लिया इन्होने श्रीमद्भागवत गीता का ज्ञान ससांर के कल्याण के लिए दिया । गोतम बुद्ध हुए इन्होंने ससांर मे मानव को कैसे अपने कल्याण के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए ओर शांति का संदेश दिया है ऐसे ही अनेक ऋषि मुनी हुए । जिन्होने भारत देश को गौरवपूर्ण बनाया । आज भारत तरक्की के शिखर को छु रहा है ये भारत के संस्कार है जो हमे विरासत मे मिलते रहे है ओर हमने अपने देश को विश्व गुरू के रूप मे प्रस्तुत किया । ओर आज दुनिया भारत की ओर देख रही है हमारे संस्कारो को अपना रही है इतिहास विश्व युद्धो से भरा पडा है परन्तु भारत का इतिहास ज्ञान से भरा पड़ा है फिर चाहे विज्ञान हो कला हो या आयुर्वेद हो दुनिया ने भारत से ही सीखा है आज दुनियाभर मे भारत के लोग अपना परचम लहरा रहे है यह भारत का अपना एक इतिहास रहा है जो हमे ओर देशो से अलग एक उच्च स्थान रखता है यहा पर नदियो को भी मां कहकर पुकारा जाता है यहा कल्याण कारी गंगा बहती है जो इतिहास मे ओर वर्तमान मे उच्च स्थान रखती है भारत ऋषियो की तप स्थली रही है हिमालय इसका गौरव है कश्मीर इसका मुकुट है पुरब पश्चिम इसकी भुजाये है दक्षिण इसके चरण है इसलिए यह भारत माता कहकर पुकारा जाता है इसमे रस्मे रहने वाले लोग इसकी सतांने है धर्म कोई भी हो परन्तु है इसकी सतांने ही विश्व के अनेक देश है किन्तु गौरव पूर्ण इतिहास केवल भारत का ही रहा है हमारे ग्रथ बताते है कि पहले कोई देश था ही नही केवल भारत देश ही था ओर इसी का प्रचीन इतिहास रहा है ।विश्व मे आज अनेक देश बन गए है ओर युद्धो की सख्या भी बढ गई है आज दुनिया मे शान्ति की जरूरत है न कि युद्ध की । फिर चाहे रूस यूक्रेन युद्ध हो या फिर कोई ओर ।भारत सदा ही शान्ति के रास्ते पर चला है ओर चलता रहेगा ।