भारत मे जातिवाद एक बहुत बडी समस्या है अगर भारत के लोगो को बसने के लिए दुनिया के ओर देशो मे भेज दिया जाए तो ये लोग वहा भी जातिवाद फैला देगे । इनकी इसी सोच के कारण आज भारत जैसा शक्तिशाली राष्ट्र भी टूट सकता है अगर भारत के लोग जल्द से जल्द जातिवाद से ना निकल पाए तो भारत देश राजनीति का शिकार हो जायेगा । क्योकि यहा वोट जाति के आधार पर दिया जाता है यह भारत देश का संयोग कहिए या कुछ ओर । यहा जातिवाद जन्म पर आधारित है अगर कोई चौहान के घर पैदा होगा तो सारा जीवन उसे चौहान ही माना जाएगा। अगर कोई हरिजन के घर पैदा हो गया तो सारा जीवन उसे हरिजन ही माना जाएगा। भारत मे पहले कर्म के आधार पर वर्ण व्यवस्था थी चार भागो मे । मगर अब जन्म के आधार पर है भारत मे वर्ण व्यव्स्था ने जाति का रूप ले लिया है यह भारत मे अपनी जडे बहुत मजबूती के साथ गडाये हुए है । क्योकि इसे राजनीति का संरक्षण प्राप्त है यही इसकी मूल जड भी है क्योकि पार्टीया भी जातिगत समीकरण देखकर ही टिकट देती है यही इसके संरक्षण की मूल जड भी है एक कारण ओर भी है जातियो मे भी क्षरेस्ठता की होड है कोई ठाकुर. ब्राह्मण. ननिया. हरिजन अनेक जातिया है ओर इनकी सोच इससे उपर नही है मगर अब समय आ गया है कि जातिवाद जैसी भंयकर बीमारी को खत्म किया जाए ओर भारत एक विश्व गुरू के रूप मे उभरे ओर दुनिया को शांति का संदेश दे । ताकि भारत एक महा शक्ति के उभरे । दुनिया देख रही है कि कोई है एक देश जो बारूद पर बैठी दुनिया को बचा सकता है यह सिर्फ भारत ही कर सकता है अ भारत के लोगो जाति ओर धर्म से उपर उठकर सोचो ताकि विश्व की मानव जाति का कल्याण हो सके यह हमारे सबसे बड़ा गर्व का समय होगा जब भारत की ओर से शांति का प्रयास किया जाता रहेगा । छोड़कर जातिवाद हमे अब देश को बढ़ाना है अब देेश ही मेरी पहचान है