इंसान जीवन भर कुछ न कुछ करता ही रहता है अगर गरीबी मे जन्म लिया है तो सारी उम्र गरीबी से ही लडता रह जाता है अगर अमीर घर मे जन्म लिया तो सारी उम्र अहम मे जीता रहता है क्यो धरती पर आया किस लिए मनुष्य शरीर मे आया पता नही जन्म से मां बाप ने स्कूल मे भेजना शुरु किया 20वर्ष पढ़ाई मे बिता दिए फिर शादी हो गई अब घर की जिम्मेदारिया सर पर आन पढी पत्नी के लिए ये लाओ वो लाओ फिर बच्चे हो गये अब उनकी पढ़ाई अब उनकी शादी की चिन्तां शुरु हो जाती है फिर इन सब कामो से निकलने का समय बचा ही कहा है इतने मे उम्र 60साल की हो जाती है बचपन गया जवानी गयी बुढापा भी बीत गया इन सब पारिवारिक जिम्मेदारियो मे ओर फिर इन सब से जूझते हुए मर जाता है क्या आपने कभी सोचा है कि हमने इस जीवन से क्या पाया । लोग घरो मे क्लेश करते है लडाई झगडे करते है मिलता क्या है मिलता कुछ नही बस आपका शकुन चैन चला जाता है इन कामो को करते हुए आपकी उम्र बीत जाती है पर जिससे आपने वादा किया था वह भूल जाते हो । याद करो जिससे आपने वादा किया था जन्म से पहले जिस भगवान से आपने वादा किया था कि मै सिर्फ इस जीवन मे तुम्हारा नाम ही लूगाँ । कुछ ओर मे नही करुगा तुम्हारे नाम के सहारे ही जीवन बीता दूंगा। जन्म लेने के बाद तुम सब कुछ भूल गए। यह जीवन उस परमात्मा ने तुम्हे भजन के लिए दिया है इसे यू ही ना गवाओ बहुत कीमती है है यह जीवन।