शुभम वो लडका है जो अपने गांव मोहल्ले यहा तक की जहा भी वह जाता वहा चोरी करता । यह उसकी आदत बन चुकी थी उनके मोहल्ले मे कुछ आदमी उसकी इस बात को जानते भी थे जब उसकी चोरी बढने लगी तो करीब इस बात को सभी जान गये । एक बार की बात है हमारा एक रिश्तेदार आया ओर मोटर साइकिल बाहर खडी कर दी तो उसने क्या कि वह अपने घर से एक गिलास लाया ओर मोटर साइकिल का पाईप निकाल कर तेल निकालने लगा ओर गिलास नीचे रख कर इधर-उधर देखने लगा इतने मे हमारे चाचा का लडका नरेंद्र बाहर आ गया वह गिलास लगा देख कर चोक गया वह देखता है कि मोटर साइकिल से कोई तेल निकाल रहा है चाचा के लडके ने क्या किया कि तेल बद किया ओर गिलास घर ले गया ओर मोटर साइकिल पर नजर रखने लगा कि जिसने यह गिलास लगाया है वह इस गिलास को लेने यहा आयेगा जरुर । तभी शुभम घर से आ जाता है ओर मोटर साइकिल के पास जाकर गिलास देखने लगता है वह इधर-उधर भी देखने लगता है परन्तु उसे गिलास नही मिलता है नरेंद्र उसे ऐसा करते देख रहा था । खेर मोहल्ले कि बात थी उसे किसी ने कुछ नही कहा । एक बार वह मंडी मे धान बेचने गया वहा से किसी कि सामान उठा के ले आया । उसे वहा पर ऐसा करते हुए फिर्फ मोहल्ले वाले ने ही देख लिया ओर वह डर गये ओर उससे कहा कि भाई तु हमे ना पकडवा देना । वह घर आ गये फिर उसने अपने ही परिवार मे बाबा चाचा के यहा से चोरी की ओर 20000 हजार रुपए उनके निकाल लिए पर परिवार की बात थी बात दबा दी गयी ओर कुछ नही हुआ । कुछ ऐसे भी लोग है जो इस प्रकार अपराधी को बचाते रहते है ओर शुभम जैसे लोग समाज मे गदंगी फैलाते है ।