दुनिया मे वैगनर चीफ प्रिगोजिन के मारे जाने की खबर सुर्खियो मे रही है ये मामला गंभीर भी है क्योकि रूस के लिए वह हीरो भी है वहा कि जनता उन्हे अपना हीरो मानती है वहा का बच्चा बच्चा भी उनको अपना हीरो मानते है उनका यू अचानक से मारा जाना कुछ सवाल खडे करता है के क्या ये पुतिन के इशारे पर हुआ है या फिर इसमे अमेरिका समेत यूरोपीय देशो का हाथ है पहले सवाल पहले वाला ले लेते है कि क्या यह पुतिन के इशारे पर हुआ है मुझे लगता कि शायद पुतिन साहब ने वैगनर चीफ प्रिगोजिन को मरवाया हो क्योकि वैगनर चीफ ने जो कुछ महीने पहले रूस के खिलाफ बगावत की थी इसीलिए भी हो सकता है उसे इसकी सजा माना जाये । क्योकि पुतिन का इतिहास रहा है कि उन्होंने गद्दारो को कभी बक्सा नही है इसलिए इसमे पुतिन का हाथ भी हो सकता है ।अब दूसरा सवाल ले लेते है कि इसमे अमेरिका ओर यूरोपीय देशो का हाथ हो । ऐसा भी हो सकता है क्योकि अमेरिका ओर यूरोपीय देश वैगनर लड़ाको को पुतिन के खिलाफ खडा करना चाहते हो । अमेरिका ने रूस मे इसलिए यह हत्या करवाई कि शक पुतिन पर जाये अगर पुतिन वैगनर चीफ प्रिगोजिन को मरवाना चाहते थे तो यह काम तो वह उसी वक्त करवा सकते थे जब उसने बगावत की थी मुझे लगता है इसमे बाइडन ओर जैलेस्की का हाथ है इसमे पोलैण्ड का भी हाथ हो सकता है क्योकि पोलैण्ड के बार्डर पर वैगनर चीफ प्रिगोजिन के लडाके तैनात है जो किसी भी वक्त पोलैण्ड पर हमला कर सकते थे इसीलिए पोलैण्ड ने ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया हो इसमे साजिश यूरोप ओर अमेरिका की ही हो सकती है वैगनर चीफ के मारे जाने से यूक्रेन युद्ध कमजोर पड सकता है ये रूस को पता है इसीलिए भी पुतिन ये जोखिम नही लेगे ।