प्यार हकीकत में शब्दों से नहीं बल्कि
एहसासों में झलकता है,
आंखों में छलकता है,
किसी की छांव में पनपता है,
फिक्र में तड़पता है,
दर्द में सिहरता है,
तपिश में निखरता है,
आंखों के सामने ना होने पर फड़कता है,
समर्पण में संवरता है,
खामोशी में गुदगुदाता है,
तनहाई में ख्वाब सजाता है,
मन ही मन मुस्कुराता है,
लबों को सी,
दिल से दिल के तार जोड़
बिन कहे बहुत कुछ बयां करता है ।।