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रहस्य

hindi articles, stories and books related to Rahasya


1.सुबह उठते ही अगर शंख या मंदिर की घंटियों की आवाज सुनाई दे तो यह शुभ होता है।2.नारियल, शंख, मोर, हंस या फूल आपको सुबह-सुबह दिख जाए तो समझिए आपका पूरा दिन शुभ बीतने वाला है।3.यदि सुबह घर से निकलते ही

नैमिषारण्य में ऋषियों ने सूतजी से शिवलिंग और शिवलिंग की पूजा के संदर्भ में समस्ता ज्ञान देने को कहा. शिवलिंग की प्रतिष्ठा कैसे करनी चाहिए? शिवलिंग के आकार-प्रकार, परिमाण संबंधित स्थापित परंपरा क्या है

श्रील शुकदेव गोस्वामी महाराज परीक्षित को श्रीमद् भागवतम का समापन करने से पहले अंतिम स्कन्ध 12(अध्याय 2 व 3 ) में कलियुग के लक्षण इस प्रकार बताते हैं:–कलियुग के प्रबल प्रभाव से धर्म, सत्य, पवित्रता, क्

          महायुद्ध समाप्त हो चुका था। जगत को त्रास देने वाला रावण अपने कुटुम्ब सहित नष्ट हो चुका था। कौशलाधीश राम के नेतृत्व में चहुँओर शांति थी।       &nb

 जीवन का एक सीधा सा नियम है और वो ये कि अगर अनुशासन नहीं तो प्रगति भी नहीं।अनुशासन में बहकर ही एक नदी सागर तक पहुँचकर सागर ही बन जाती है। अनुशासन में बँधकर ही एक बेल जमीन से उठकर वृक्ष जैसी ऊँचाई

कहानी एक परिवारिक कहानी है जो कि हमें बताती है कि जहां से हम पैदा होते हैं वहीं से हम जुड़े होते हैं कहीं बाहर जाते हैं तो हमें नई पहचान बनानी पड़ती है और नए रास्ते मिलते हैं नए लोग मिलते है

ना रास्ते समझ आए ना कभी मंजिल समझ आईकौन सी है मंजिले थी कौन से रास्ते थे अनजाने लोग थे अनजाने रास्ते थेइंसान जहां पैदा होता है वही उसकी पकड़ मजबूत होती है वहीं से उसकी पहचान होती है वह नई जगह जात

हम आपको मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश) विंध्य पर्वत पर बसे माँ विन्धवासिनी मन्दिर के इस धाम की महिमा के बारे में बता रहे हैं, जिसका जिक्र धर्म ग्रंथों में भी किया गया है। यहां साल के दोनों नवरात्रों में देश

जीवन कुछ दिन का मेला है , यह जग एक बसेरा है, फिर हम यह क्यों कहते हैं, यह तेरा यह मेरा है, ना कुछ लेकर आए थे, ना कुछ लेकर जाना है, जैसा कर्म निभाएंगे, वैसा लेकर जाएंगे, कुछ को राहों में फूल मिलें, कुछ

समुद्र मंथन के उपरांत जब अमृत कलश उत्पन्न हुआ, तो उसे दैत्यों की नजर से बचाने के लिए श्री हरि विष्णु ने अपनी माया से बहुत सारी अप्सराओं की सर्जना की। दैत्य अप्सराओं को देखते ही उन पर मोहित हो गए

आप सभी से अनुरोध है कि रामायण के प्रमुख पात्रों की जानकारी अपने बच्चों को अवश्य दें, क्योंकि आज के समय में रामायण का पढ़ना पुराने समय की बात हो गई है। इसलिए बच्चे रामायण की बातें भूलते जा रहे हैं।ये जा

वैदिक ज्योतिष में सप्‍ताह के सात दिनों के अनुसार प्रकृति और स्‍वभाव के बारे में बताया गया है। सप्‍ताह के इन सात दिनों पर ग्रहों का अपना असर होता है। यदि मनुष्‍य इन सात दिनों की प्रकृति और स्‍वभाव के अ

        हालांकि देवी भागवत में जहां 108 और देवी गीता में 72 शक्तिपीठों का ज़िक्र मिलता है, वहीं तन्त्रचूडामणि में 52 शक्तिपीठ बताए गए हैं। देवी पुराण में जरूर 51 शक्तिपीठों की

शिव जी का त्रिशूलभगवान शिव का ध्यान करने मात्र से मन में जो एक छवि उभरती है वो एक वैरागी पुरुष की। इनके एक हाथ में त्रिशूल, दू सरे हाथ में डमरु, गले में सर्प माला, सिर पर त्रिपुंड चंदन लगा हुआ है। माथ

चैत्र शुक्ल पक्ष में ‘कामदा’ नाम की एकादशी होती है। कहा गया है कि ‘ कामदा एकादशी ’ ब्रह्महत्या आदि पापों तथा पिशाचत्व आदि दोषों का नाश करनेवाली है। इसकी कथा पढ़ने और सुनने से वाजपेय यज्ञ का फल मिलता ह

 कालसर्प एक ऐसा योग है जो जातक के पूर्व जन्म के किसी जघन्य अपराध के दंड या शाप के फलस्वरूप उसकी जन्मकुंडली में परिलक्षित होता है। व्यावहारिक रूप से पीड़ित व्यक्ति आर्थिक व शारीरिक रूप से परेशान त

दशरथ का अर्थ होता है दस रथ। दस रथों का स्वामी। अयोध्या के राजा दशरथ की रामायण के अलावा पुराणों में भी बहुत चर्चा होती है। आओ जानते हैं उनके संबंध में 10 ऐसी बातें तो शायद ही आप जानते होंगे।1. दशरथ का

मां लक्ष्मी के परिवार में उनकी एक बड़ी बहन भी है जिसका नाम है- दरिद्रा। इस संबंध में एक पौराणिक कथा है कि इन दोनों बहनों के पास रहने का कोई निश्चित स्थान नहीं था इसलिये एक बार माँ लक्ष्मी और उनकी बड़ी

आपने पंच मुखी हनुमानजी की तरह आपने पंचमुखी गणेशजी की भी प्रतिमाएं देखी होगी। क्या आप जानते है क्या है इनका अर्थ ?शुभ और मंगलमयी होते हैं पंचमुखी गणेशपांच मुख वाले गजानन को पंचमुखी गणेश कहा जाता है। पं

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