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रहस्य

hindi articles, stories and books related to Rahasya


अनिल अनूप [पैसों के लिए मां-बाप ने मुझे कोठे पर बिठा दिया. वहां से भागकर रेलवे स्टेशन पहुंची. रोटी से ज्यादा आसानी से वहां नशा मिलता था.]तब मैं पेट से थी. सड़क पर रहती. जरूरत के समय दवा-दारू तो दूर, ए

 चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को प्रतिवर्ष नये विक्रम संवत्सर का प्रारंभ होता है और उसके आठ दिन बाद ही चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी को हिंदुओ का पर्व राम जन्मोत्सव जिसे रामनवमी के नाम से मनाया

हैं यह नश्वर प्राण हैं यह नश्वर जीवन नश्वर है अपनी काया नश्वर हैं अंत नश्वर  ही नश्वर हैं पर एक सृजन है प्रकृति एक सृजन है आत्मा एक सृजन है परमात्मा को जानना एक सृजन हैं आशा की किरण एक सृजन

प्रथम नवरात्रीमाता शैलपुत्री नवरात्रि का पहला दिन, इस दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री के रूप में उत्पन्न होने के कारण मां दुर्गा जी का नाम शैलपुत्री पड़ा.

सरस्वती, लक्ष्मी और पार्वती ये त्रिदेव की पत्नियां हैं। इनकी कथा के बारे में लोगों में बहुत भ्रम है। पुराणों में इनके बारे में भिन्न भिन्न जानकारियां मिलती है। माता अम्बिका : - ब्रह्मा, विष्‍णु औ

हिन्दुओं के प्रमुख देवता हनुमानजी के बारे में कई रहस्य जो अभी तक छिपे हुए हैं। शास्त्रों अनुसार हनुमानजी इस धरती पर एक कल्प तक सशरीर रहेंगे। 1. हनुमानजी का जन्म स्थान कर्नाटक के कोपल जिले मे

श्रीमार्कण्डेय पुराण एवं श्रीदुर्गा सप्तशती के अनुसार काली मां की उत्पत्ति जगतजननी मां अम्बा के ललाट से हुई थी।कथा के अनुसार शुम्भ-निशुम्भ दैत्यों के आतंक का प्रकोप इस कदर बढ़ चुका था किउन्होंने अपने

मधुर समय, उल्लास है मन में, मन संग कर रहे नौका विहार,  स्वच्छ निर्मल नीला जल, उतरा झील में आसमान,  तारामंडल खिल रहा, तैर रहे युगल हंस,  कामिनी कर रही उछल कूद, बगुलों बतखों के झुण्ड,  मधुर संगी

ख़ुदा से दुआ में बफा माँगता हूँ मिले ना उसे ग़म दुआ माँगता हूँ मुझे छोड़ कर जो यहाँ से गया है मगर में उसी का पता माँगता हूँ हमारी खता थी सताया सनम को खताओं कि अपनी सज़ा माँगता हूँ निगाहें पलक को झुकाती

 एक हाथ से प्रणाम नही करना चाहिए। सोए हुए व्यक्ति का चरण स्पर्श नहीं करना चाहिए।  बड़ों को प्रणाम करते समय उनके दाहिने पैर पर दाहिने हाथ से और उनके बांये पैर को बांये हाथ से छूकर प्

बनारस काशी विश्वनाथ  मंदिर से कुछ ही दूरी पर माता अन्‍नपूर्णा का मंदिर है। इन्‍हें तीनों लोकों की माता माना जाता है। कहा जाता है कि इन्‍होंने स्‍वयं भगवान शिव को खाना खिलाया था। इस मंदिर की

भोजन करने की दिशा कौन सी हो, जानिएआप भोजन कौन सी दिशा में कर रहे हैं?इसका वास्तु के अनुसार बहुत महत्व है और आपके स्वास्थ्य और शरीर पर भी इसका अनुकूल और प्रतिकूल असर पड़ता है।. पूर्व दिशापूर्व दिशा

समाज में तीन प्रकार के लोग रहते है :उत्तम- ये वे लोग हैं जो अपने पूर्वजों से,शास्त्रों से शिक्षा लेकर अपने को सुव्यवस्थित और समय के अनुकूल ढालते हुए चलते हैं।मध्यम- वे लोग हैं जो अपने पूर्वजों से अपन

भगवती यमुना जी का आविर्भाव दिवस (चैत्र षष्ठी 'श्री यमुना जयंती')सनातन धर्म में भगवान श्रीकृष्ण को सर्वेश्वर माना गया है। हिंदू धर्मग्रंथों में उनकी जिन आठ पटरानियों का उल्लेख है, भगवती यमुना भी उनमें

व्रत रखने के नियम दुनिया को हिंदू धर्म की देन है। व्रत रखना एक पवित्र कर्म है और यदि इसे नियम पूर्वक नहीं किया जाता है तो न तो इसका कोई महत्व है और न ही लाभ बल्कि इससे नुकसान भी हो सकते हैं। आप व्रत ब

हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा से 30 किलो मीटर दूर स्तिथ है ज्वालामुखी देवी। ज्वालामुखी मंदिर को जोता वाली का मंदिर और नगरकोट भी कहा जाता है। ज्वालामुखी मंदिर को खोजने का श्रेय पांडवो को जाता है। इसकी गिनती

पृथ्वी तत्व- शौच किया हुआ मल पृथ्वी तत्व का होता हैं। जल तत्व- मूत्र मल विसर्जन जल तत्व का होता है। वायु तत्व- कार्बन डाई ऑक्साइड व अन्य विशाक्त वायु मल, वायु तत्व की होती हैं। अग्नि तत्व- स्नान के बा

यदि आप पुत्र प्राप्त करना चाहते हैं और वह भी गुणवान, तो हम आपकी सुविधा के लिए हम यहाँ माहवारी के बाद की विभिन्न रात्रियों की महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं।▪ चौथी रात्रि के गर्भ से पैदा पुत्र अल्पायु औ

पुराण के अनुसार काशी में दर्शन से दस गुना, प्रयाग से सौ गुना और नैमिषारण्य से हजार गुना पुण्य देने वाले श्री बाबा अमरनाथ के दर्शन हैं।गुफा के दर्शन का महत्वइस गुफा का महत्व इसलिए नहीं है कि यहां हिम श

एक रात की बात हैं, माता कौशल्या जी को सोते हुये अपने महल की छत पर किसी के चलने की आहट सुनाई दी।नींद खुल गई, पूछा कौन हैं ?मालूम पड़ा श्रुतकीर्ति जी (सबसे छोटी बहु, शत्रुघ्न जी की पत्नी)हैं ।माता कौशल्

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