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साप्ताहिक_प्रतियोगिता

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1. सरसों के तेल की मालिश करके गर्म पानी से नहाने से लाभ होता है।2. काली मिर्च का चूर्ण घी के साथ चाटने से एवं घी में काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर लेप करने से लाल चकत्ते (शीतपित्त) ठीक हो जाते हैं।3. श

सुन्दर मन और सुन्दर वाणी,        है प्रेम की ,इक अमिट निशानी ।जिसका मन सुन्दर , निर्मल हो,      वह जग में, अद्भुत, प्राणी हो ।जनसमूह में वह, पलक-पूरित हो ।  &nb

 शहद में व्यक्ति को दीर्घायु एवं स्वास्थ बनाये रखने की अद्भुत शक्ति है I मुँह में रखते ही यह तत्काल घुलकर शरीर में सीधे ऊर्जा देता है व इसके जैसा शीघ्र पचने वाला अन्य कोई पदार्थ नहीं है I इ

बुद्धिशक्तिवर्धक प्रयोगलाभः इसके नियमित अभ्यास से ज्ञानतंतु पुष्ट होते हैं। चोटी के स्थान के नीचे गाय के खुर के आकारवाला बुद्धिमंडल है, जिस पर इस प्रयोग का विशेष प्रभाव पड़ता है और बुद्धि व धारणाशक्ति

तुलसी के 25-30 पत्ते लेकर खरल में अथवा सिलबट्टे पर पीसें, जिस पर कोई मसाला न पीसा गया हो। इस पिसे हुए तुलसी के गूदे में 5-10 ग्राम मीठा दही मिलाकर अथवा 5-7 ग्राम शहद मिलाकर 30-40 दिन सेवन करने से गठिय

रोग के परिचयचिकनपॉक्स के रोग में बुखार के बाद शरीर पर लाल दाने निकलते हैं। ये दाने 2 से 3 दिन के बाद फफोले का रूप ले लेते हैं। 4 से 5 दिन में इन दानों में से पपड़ी जमकर नीचे गिरने लगती है। चेचक में बुख

1.जरा-सा सेंधा नमक धीरे-धीरे चूसने से लाभ होता है।2. सुबह कोमल सूर्यकिरणों में बैठके दायें नाक से श्वास लेकर सवा मिनट रोकें और बायें से छोड़ें। ऐसा 3-4 बार करें। इससे कफ की शिकायतें दूर होंगी।

पहला प्रयोगः नींबू के छिलकों पर थोड़ा-सा सरसों का तेल डालकर दाँत एवं मसूढ़ों को घिसने से दाँत सफेद एवं चमकदार होते हैं, मसूढ़े मजबूत होते हैं, हर प्रकार के जीवाणुओं का नाश होता है तथा प

पार्वती व प्रकृति का रिश्ता  (*कहानी प्रथम क़िश्त *)आज मैं जल संसाधन अधिकारी के बतौर कुछ विशेष बातों का अवलोकन करने ग्वालियर से 40 किमी दूर ग्राम मानपुर जा रहा हूं । आज के परिपेक्ष्य में ग्राम मान

मानव मत कर, इतना अभिमान ।     पता नहीं, किस समय आ जाये,तेरे लिए, मृत्यु का फरमान ।     जिन्दगी भर ,इकट्ठा करता रहा, तू दौलत, अभिमान ।मानवों को, इकट्ठा न कर पाया, सिर्फ ते

तुम कितना, बदल गये,       पर हम खुद को,बदल न सके ।तुम पास से गुजरे, मेरे,        पर मेरी ओर ,रुख कर न सके ।पर हम तो, दिल से बेकाबू हो,       

डायरी दिनांक १०/०४/२०२२   दोपहर के तीन बजकर तीस मिनट हो रहे हैं ।   आज नव रात्रि का आखरी दिन होने के साथ भगवान श्री राम का प्रादुर्भाव दिवस भी है। चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को द

नेत्रज्योति बढ़ाने के लिएः पहला प्रयोगः इन्द्रवरणा (बड़ी इन्द्रफला) के फल को काटकर अंदर से बीज निकाल दें। इन्द्रवरणा की फाँक को रात्रि में सोते समय लेटकर (उतान) ललाट पर बाँध दें। आँख में उसका पान

नकसीर (नाक से रक्त गिरना (Epistaxis)-पहला प्रयोगः फिटकरी का पानी बनाकर उसकी कुछ बूँदें अथवा दूर्वा के रस की या निबौली के तेल की कुछ बूँदें डालने से नकसीर में लाभ होता है।दूसरा प्रयोगः 10 से 50 मिलीलीट

कान में पीब(मवाद) होने परःपहला प्रयोगः फुलाये हुए सुहागे को पीसकर कान में डालकर ऊपर से नींबू के रस की बूँद डालने से मवाद निकलना बंद होता है।मवाद यदि सर्दी से है तो सर्दी मिटाने के उपाय करें। साथ में स

दाँत की सफाई तथा मजबूतीःपहला प्रयोगः नींबू के छिलकों पर थोड़ा-सा सरसों का तेल डालकर दाँत एवं मसूढ़ों को घिसने से दाँत सफेद एवं चमकदार होते हैं, मसूढ़े मजबूत होते हैं, हर प्रकार के जीवाणुओं का नाश होता

मुंह के छाले क्यों लगे मुंह, अपनाए ये उपाय ये चीजें खाएं, मिलेगी राहतमुंह में छाले हो जाने की समस्या बेहद आम है और हम सभी को अक्सर इस समस्या का सामना करना पड़ता है. इसका कारण हमारा खान-पान औ

मंदाग्नि और अजीर्णः पहला प्रयोगः 2 से 5 ग्राम पकी निबौली अथवा अदरक में 1 ग्राम सेंधा नमक लगाकर खाने से या लौंग एवं लेंडीपीपर के चूर्ण को मिलाकर 1 से 3 ग्राम चूर्ण को शहद के साथ सुबह-शाम लेने से म

 पहला प्रयोगः प्रतिदिन प्रातःकाल खाली पेट एक चुटकी साबूत चावल निगलकर ऊपर से पानी पीने पर लीवर के रोगी को आराम मिलता है।दूसरा प्रयोगः सुदर्शनवटी 1 से 4 गोली दिन में तीन बार लेने से लीवर और प्लीहा

मरीज को सीधा (चित्त) सुलाकर उसकी नाभि के चारों ओर सूखे आँवले का आटा बनाकर उसमें अदरक का रस मिलाकर बाँध दें एवं उसे दो घण्टे चित्त ही सुलाकर रखें। दिन में दो बार यह प्रयोग करने से नाभि अपने स्थान पर आ

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