गोमिया संवाददाता
गोमिया: झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला स्थित गोमिया में प्रशासन की लापारवाही के चलते प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर को लाल किले से की गयी घोषणा स्वच्छ भारत मिशन का मजाक हो रहा है. गोमिया में स्वच्छता अभियान के नारे के अधीन छोटे-बड़े सभी कस्बों में जगह-जगह सफाई सम्बन्धी नारे लिखित फ्लैक्सों के साथ-साथ सरकारी एवं गैर-सरकारी इमारतों की दीवारें एवं चौराहे भरे पड़े हैं। जिनको पढ़कर एक बार तो ऐसा लगता है कि आने वाले समय में भारत भी अमेरिका व इंग्लेंड जैसा देश बनने जा रहा है परन्तु अतीत की कलाकारी देखकर तो लगता है कि ऐसा शुभ कार्य करने के लिये सम्बन्धित सरकारी विभागों समेत समस्त गोमिया की जनता भी शायद अभी इसके लिये तैयार नहीं है। उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बोकारो जिला सेवा प्रमुख अर्जुन प्रसाद कंधवे ने कही. उन्होंने कहा कि गोमिया में तरह तरह के गाडियों, स्कूलों, इंस्टिट्यूटो आदि के विज्ञापन को लेकर ऑटो से प्रचार प्रसार किया जाता है और विज्ञापन वाले पोस्टर सरे राह फेंके जाते है. इससे तो यह साफ़ प्रतीत होता है की प्रशासन की लापारवाही के कारण गोमिया में स्वच्छ भारत अभियान का कचरा हो रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि आलम तो ये है की शहीदों के स्मारक तक भी अब सुरक्षित नही है. गोमिया पोस्ट ऑफिस मोड़ में लगा रामदास चेला चौक के नीचे गंदगी का अम्बार लगा रहता है. इस चौक में स्व. राम दास चेला नामक स्वंत्रता सेनानी, सुखदेव प्रसाद, विद्या शंकर तिवारी, मो. यासीन अंसारी, महादेव महतो, होपन मांझी, लक्ष्मण मांझी, सरयू कांदु, लालधारी कांदु, रामेश्वर पाण्डेय, डेका महतो, भुनु रविदास, हरिपाल तिवारी सर्वजीत शर्मा का बोर्ड लगाया गया था. जिसे बाद में महात्मा गाँधी, लालबहादुर शास्त्री, सुभाष चन्द्र बोस, सरदार बल्लभ भाई पटेल, भगत सिंह की तस्वीर बना दी गई है और रामदास चेला चौक का नाम दिया गया. जहाँ अब आस पास के मकान मालिक, दुकान मालिक एवं अन्य व्यवसायी अपने निवासों से निकले गए कूड़े-कचरे जमा कर रहे है. महापुरुषों की ऐसी दुर्दशा से आमजन के साथ-साथ राहगीर एवं मुशाफिर भी हैरान और परेशान है. शर्मो हया की सारी हदे तब टूट जाती है जब साल में एक बार सफ़ेद लोग यहाँ आकर कुडों को हटाकर स्वतंत्रता सेनानियों की पुण्यतिथि मानते है, और समाचर पत्रों की सुर्खियाँ बटोरते हैं. और दुसरे ही दिन से उक्त चौक को भूल जाते है. और फिर से स्थिति जस की तस हो जाती है. कुडों का अम्बार लगना शुरू हो जाता है जहाँ से वह ऊँचे-ऊँचे कूड़े पहाड़ों का रूप ले रहा है। जिस पर कौए व चील मंडराते हैं, कुत्ते, सूअर सहित अन्य कई जानवर गंदगी फैलाते हैं। कई बार तो क्षेत्र की स्थिति ऐसी हो जाती है कि मुख्य चौक होने के कारण खूंखार कुत्ते राहगीरों को काट लेते हैं, जो शर्मनाक है। आस-पास के क्षेत्रों में बदबूदार हवा के कारण लोगों का जीवन नरकीय हो गया है। इनमें से बहुत से लोग कई प्रकार की बीमारियाँ डेंगू, डायरिया, मलेरिया, बुखार, कैंसर एवं टीबी इत्यादि से पीड़ित हो जाते हैं। मौके पर आरएसएस के बोकारो जिला संघ चालक महंत प्रसाद, गोमिया खंड कार्यवाह शंकर प्रसाद वर्मा, बलराम सिंह, रौशन कुमार, व्यापक सोनी, एनसी बराल, सिद्धार्थ गोराई, सुजीत कुमार, बजरंग दल गोमिया के संयोजक शिशु ठाकुर भी उपस्थित थे. इस सम्बन्ध में आरएसएस के बोकारो जिला सेवा प्रमुख अर्जुन प्रसाद कंधवे ने प्रशासन से मांग कि है की ऑटों से विज्ञापन पोस्टर फेंकने और उक्त गोमिया स्थित रामदास चेला चौक में गन्दगी फ़ैलाने वालों पर पूर्ण रूप से नकेल कसी जाय.
गोमिया क्षेत्र के सरकारी विभागों की निष्क्रियता के कारण कुछ हिस्सों में स्वच्छ भारत अभियान के विज्ञापनों का भी बुरा हाल है