अनुमंडल में अब भी अधूरे पड़े है कई पंचायत भवन
पंचायत भवन के आभाव में पेड़ कि छांव में होती है योजनाओं का चयन
गोमिया संवाददाता, गोमिया: झारखण्ड राज्य के बेरमो अनुमंडल के सभी सात प्रखंडों में कई पंचायत भवन इस पंचायतीराज व्यवस्था में अभी भी अधूरे है. अनुमंडल के गोमिया, बेरमो, नावाडीह, चंद्रपुरा, जरीडीह, कसमार एवं पेटरवार में कुल मिलकर 157 पंचायतें है. वस्तुस्थिति यह है कि कई पंचायतों में पंचायत भवन बने ही नही, तो कहीं अब तक अधूरे पड़े हुए है. पंचायत भवन के आभाव में मुखिया सरकारी स्कूल भवन में या किसी पेड़ कि छांव में आमसभा कर योजनाओं का चयन कर रहे है. अभी भी अनुमंडल के गोमिया प्रखंड में 14, बेरमो के 2, नावाडीह के 4, एवं पेटरवार के 4 पंचायतों में अपना पंचायत भवन नही है. जबकि केंद्र व राज्य सरकार कि यह दलील थी कि गाँव कि सरकार को चलाने के लिये सभी पंचायतों के पास अपना भवन होगा, जहाँ पंचायत के मुखिया, पंसस एवं वार्ड सदस्य आम जनता के साथ बैठकर योजनाओं का चयन करेंगे तथा जरुरी कामकाज का निपटारा हो सकेगा. इसके लिए सरकार ने पंचायत भवनों के निर्माण के साथ साथ जेनेरेटर, अलमीरा, कुर्सी, टेबल, साइबर केमरा, वेब पोर्टल, सोलर लाइट भी देने की व्यवस्था की है. अनुमंडल में सबसे बुरा हाल गोमिया, चन्द्रपुरा एवं कसमार प्रखंड का है. गोमिया प्रखंड में उग्रवाद का हवाला देकर कई पंचायत भवन अधूरे है. पिछले माह में गोमिया प्रखंड के चुट्टे पंचायत में जनता दरबार के दौरान बोकारो के उपयुक्त राय महिमापत रे ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया था कि अधूरे पंचायत भवन का निर्माण सहित अन्य योजनायें 15 सितम्बर तक पूरी करें. लेकिन इस आदेश का अनुसरण कितना हुआ यह सरकारी अधिकारी ही बता सकते हैं. स्थिति तो यह है कि पंचायत भवन का निर्माण हुआ भी नही परन्तु पंचायत भवन के जरुरी सामान जैसे गोदरेज, अलमीरा, मूविंग चेयर, टेबल, कुर्सी, पंखा, जेनेरेटर आदि खरीद लिए गये है जो अब मुखिया के घरों की शोभा बढा रहे है. पिछले सोमवार बोकारो के उप विकास आयुक्त रामलखन प्रसाद गुप्ता ने गोमिया प्रखंड के स्वांग कोलियरी के फिल्टर प्लांट एवं पम्प हाउस के निरिक्षण के दौरान उन्होंने पुन: अधूरे पंचायत भवनों को यथाशीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया था. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि धरातल पर पंचायत भवने कितनी माह में तैयार होंगी..!!
विशाल कुमार
गोमिया बोकारो