गोमिया संवाददाता।
गोमियाः बीते एक सप्ताह के अंदर धनबाद रेल मंडल के सीआईसी सेक्शन गोमो-बरकाकाना रेलखंड दनिया जगेश्वर एवं डुमरी बिहार एवं दनिया रेलस्टेशन के बीच नक्सलियों द्वारा विस्फोट कर रेलवे ट्रेक को तीन बार उड़ाये जाने की घटना से रेल प्रषासन एवं राज्य पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है। सूचनातंत्र कमजोरः नक्सलियों द्वारा अचानक एक सप्ताह के भीतर तीन बार विस्फोट कर रेलवे ट्रेक को उड़ाये जाने से बताया जा रहा है कि नक्सलियों की मूवमेंट और विध्वंसक कारवाई की सुचना पुलिस महकमा को नही मिल रही है। जबकी नक्सलियों को घेरने और उसकी नापाक ईरादों पर अंकुश लगाने के लिये चतरोट्टी थाना, जगेश्वर थाना एवं रहावन आउटपोस्ट थानाबनाया गया है इसके बाद भी नक्सली एक के बाद एक अपनी विध्वंसक कारवाई को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस जनता मैत्री कमजोर- नक्सली क्षेत्रों में ग्रामीण जनता का विश्वास प्राप्त करने के लिये पुलिस और जनता के बीच मैत्री समन्वय पूर्व की तरह अब नहीं रह गया है। इसके पीछे कई कारण बताये जाते हैं। पिछले एक दो माह में पुलिस और जनता में मैत्रीपूर्ण रिश्ते मे दरार है इसके पीछे ग्रामीणों का तर्क है कि नक्सल क्षेत्र में जब भी सर्च अभियान के दौरान पुलिस उनके साथ अत्याचार और अमानवीय व्यवहार करती है यहां तक की ग्रामीण महिलाओं को भी नही बक्शा जाता है। यहां ऐसी एक दो घटनाओं का जिक्र करना जरूरी है। गोमिया प्रखंड के चुट्टे पंचायत के धमधरवा ग्राम में सर्च अभियान के तहत वहां की महिलाओं नें अपने साथ बदसलूकी का आरोप लगाया। वही झुमरा के एक पारा शिक्षक के साथ की गई जमकर पिटाई का मामला भी उजागर हुआ था। ऐसे में नक्सलियों को मौका मिलता है और वे भोले भाले ग्रामीणों के प्रति हमदर्दी जताकर उनका ब्रेनवाश का पुलिसिया गतिविधी के खिलाफ उकसाते हैं। ऐसे में पुलिस को ग्रामीण जनता का साथ मैत्रीपूर्ण संबंध एवं सूचना तंत्र को जड़ से मजबुत करना होगा और उन्हें बताना होगा की पुलिस आपका दोस्त या मददगार है न की दहशतगर्द। साथ ही सर्च अभियान के दौरान पुलिस को काफी सतर्कता बरतनी होगी। जिससे ग्रामीणों को खासकर महिलाओं को कोई परेशानी या नुकसान न हो। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में एसपीओ की बहाली पर भी प्राथमिकता देनी होगी। नक्सलियों की नजर लेवी पर- झुमरा एक्शन प्लान के तहत गोमिया प्रखंड में अरबों रूपये की योजनाएं धरातल पर उतरनी है। इसके अलावा इन क्षेत्रों में पचास करोड़ रूपये से अधिक की ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। जगेश्वर एवं चतरोचट्टी थाना के खुल जाने से नक्सली लेवी के लिए खुलकर सामने नही आ रहे हैं। इसके संगठन को सुचारू रूप से चलाने के लिये लेवी लेना आवश्यक है। पर्याप्त लेवी नहीं मिलने के कारण नक्सली काफी परेशान हैं। ऐसी स्थिति में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिये दहशत और आतंक का सहारा लेते हुये रेलवे ट्रेक को उड़ाने की घटना उसके लिये और आसान होता है और इस काम को अंजाम देते हैं। गोमिया से लेकर जगेश्वर बिहार रेलवे स्टेशन तक इस 27 किमी की दूरी पर रेलवे ट्रेक घनघोर जंगलों से होकर गुजरती है। जिसका वे भरपूर फायदा उठाते हैं। और रेलवे ट्रेक विस्फोट कर उड़ा देते हैं।
विशाल कुमार
गोमिया बोकारो